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जैविक सब्जी उत्पादन हेतु कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को किया प्रेरित

कानपुर देहात। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर कानपुर द्वारा मंगलवार को ग्राम भवनपुर, रसूलाबाद, में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत जहर मुक्त सब्जी फसल उत्पादन विषय पर  प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मृदा वैज्ञानिक डॉ. खलील खान ने बताया की सब्जी उत्पादन के लिए मृदा का पीएच मान 6.5 से 7.5 उत्तम रहता है तथा मृदा में जीवांश कार्बन की मात्रा 0.5 % से अधिक होनी चाहिए। उन्होंने किसानों को सलाह दी की सब्जी फसलों में रासायनिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों का कम से कम प्रयोग करें। जिससे मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव न हो।

इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित महिलाओं से कहा कि किचन गार्डन बनाकर वैज्ञानिक तरीके से सब्जियों की फसलें उगाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं घर का कामकाज करने के साथ-साथ अपने घर की छतों पर मिर्च, टमाटर, बैंगन आदि की खेती कर सकती हैं तथा सब्जी उत्पादन का कार्य सफलतापूर्वक किया जा सकता है। 

उद्यान वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सब्जियों के परिरक्षण तथा मूल्य संवर्धन कर अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से सब्जी उत्पादन कर निश्चित तौर पर वे समृद्धि हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र दिलीपनगर लगातार किसानों को प्रशिक्षित कर रहा है। उन्होंने किसानों को प्लास्टिक मल्चिंग, पॉलीटनल विधि से सब्जी पौध तैयार करने की विधि भी बताई और कहा कि निश्चित तौर पर उनकी आमदनी दोगुनी हो सकती है। वही प्रसार वैज्ञानिक डॉ विनोद प्रकाश ने टमाटर, मिर्च, बैंगन, प्याज आदि वैज्ञानिक पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों से कहा कि अगर सामूहिक रूप से सब्जी की फसल उत्पादित की जाए तो निश्चित तौर पर उनकी आय में वृद्धि होगी और उनके फसलों का नुकसान भी कम होगा। 

इस कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज की टीम ने किसानों का रक्त नमूना भी एकत्रित किया। 50 से अधिक किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

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