कानपुर नगर। कस्बा घाटमपुर में स्थित सिद्ध पीठ माँ कुष्मांडा देवी के प्रांगड़ में नवरात्रि के चौथे दिन गुरुवार को 51 हजार घी दिये जलाकर दीपदान उत्सव मनाया गया। नवरात्रि के नौ दिनों में माँ कुष्मांडा के दर्शनों के लिए प्रतिदिन भारी तादात में भक्त आते हैं। ऐसी मान्यता है माँ कुष्मांडा देवी के मंदिर में बने हुए तालाब में स्नान करने के बाद जो भी भक्त माता के दर्शन करता है, माँ कुष्मांडा उसके सभी शारीरिक कष्टों को दूर करती है। इसके साथ ही यह भी मान्यता है कि जिन लोगों की आंखों की रोशनी किन्ही कारणवश चली गई है या फिर आंखों में किसी भी प्रकार की कोई समस्या है, माता कुष्मांडा की मूर्ति से निकले जल को लगाने से आँख की रौशनी की समस्या का निवारण हो जाता है। हालांकि अव्यवस्था के चलते प्रांगण में स्थित दो तालाबों में से एक तालाब में पानी नहीं है और दूसरे तालाब का पानी गंदा रहता है।
सभी भक्त माता कुष्मांडा के दर्शन करके अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं। मनोकामना पूरी होने पर माता कुष्मांडा को कुम्हड़ा चढ़ाते हैं। क्योंकि कहा जाता है कि माँ कुष्मांडा को कुम्हड़ा बहुत ही प्रिय है। इसलिए भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद माता कुष्मांडा को कुम्हड़ा भेट चढ़ाते है।
नवरात्रि का चौथा दिन मां कुष्मांडा का होता है इसलिए प्रत्येक नवरात्रि में मंदिर प्रांगण में भक्तों द्वारा घी के दीपक जला कर दीपदान उत्सव मनाते हैं। कस्बा प्रशासन भी इस अवसर पर मौजूद रहता है। आज दीपदान के अवसर पर एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह व उप जिलाधिकारी अमित गुप्ता मौके पर मौजूद रहे और मंदिर प्रांगण में घी के दिए जलाए। भक्तों के द्वारा मंदिर प्रांगण में रंगोली भी बनाई गयी।