कौशाम्बी। जनपद के चायल ब्लॉक के सिंहपुर गांव के सूरज कुमार द्विवेदी ने आर टी आई मागी थी। उसके बदले ग्राम पंचायत अधिकारी राधेश्याम ने एक पार्सल भेजा। जब सत्ता पक्ष के नेता व ग्रामीणों के बीच में आरटीआई पैकेट खोला गया तो उसमें अधिकारियों का एक गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया। पार्सल में कूड़ा करकट व बालू से भरा बोतल मिला था। पैकेट को देखकर यह साबित हुआ की जनता को न्याय मिलना तो टेढ़ी खीर हो गई है। पार्सल कई लोगों की मौजूदगी में खोला गया, जिसमें बीजेपी जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी सदर विधायक लाल बहादुर व सिराथू विधायक शीतला प्रसाद एवं चायल विधायक संजय गुप्ता एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। जिसको देखकर अधिकारीगण व विधायक भी हैरान रह गए।
अब देखना यह है कि कार्रवाई होती है या फिर खानापूर्ति कर एक बार फिर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जाएगा। ऐसे अधिकारी सरकार के मंसूबे को पूरी तरह से पलीता लगाते हैं। सत्ता में बैठे लोग अधिकारियों के संरक्षक तो बन जाते हैं लेकिन किसी गरीब को न्याय दिलाने के लिए संरक्षण नहीं बन पाते। सरकार की सारी नीतियों पर पानी फेरते अधिकारियों का सहारा बन जाते हैं। सत्ताधारी किंतु गरीबों को इंसाफ दिलाने के लिए सिर्फ दिखावापन हि रह गया है। स्वयं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद में अधिकारियों के कारनामे सामने आ रहे हैं। जिनकी गैर जिम्मेदाराना रवैया को देखते हुए ग्रामीणों में काफी आक्रोश है सिंहपुर गांव के सूरज कुमार द्विवेदी ने आरटीआई के माध्यम से अपने गांव के विकास को जानना चाहा तो चायल ब्लाक के ग्राम सचिव ने आरटीआई पेपर देने के स्थान पर पार्सल में कूड़ा और कबाड़ भर कर भेज दिया है यह एक हैरतअंगेज बात है कि अधिकारियों को आखिर किस का सहारा है आखिर किसके दम पर चल रहे है चायल ब्लॉक के अधिकारी विकासखंड के अधिकारियों का यह घृणात्मक कार्य करने का साहस किसके दम पर बढ़ा है। अब देखने के बात यही है कि इसमें सरकार सिंहपुर की जनता को क्या इंसाफ दिलाती है और अपने घृणात्मक कार्य करने वाले अधिकारियों का क्या करती है।