कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डी.आर. सिंह एवं पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की प्रांतीय संयोजक डॉ. अमित प्रकाश रघुवंशी द्वारा संयुक्त रुप से प्रकृति वंदन कार्यक्रम के संबंध में शनिवार को विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार कक्ष में एक प्रेस वार्ता की। कुलपति ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि प्रकृति वंदन कार्यक्रम इस वर्ष दिनांक 29 अगस्त को कानपुर के लगभग 100 स्थानों पर आयोजित करने एवं लगभग प्रत्येक घर के सदस्यों को इस कार्यक्रम में सम्मिलित कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालय में कोविड-19 के दृष्टिगत लोगों को प्रकृति बंदन कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा।साथ ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से लगभग 10 लाख लोगों को जोड़ने का प्रयास है। डॉ सिंह ने बताया की पर्यावरण की सुंदरता को देखकर हृदय प्रफुल्लित हो जाता है। आजकल मनुष्य की जिज्ञासा और नई नई खोज की अभिलाषा में पर्यावरण के सहज कार्यों में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है। जिसके कारण हमारा पर्यावरण प्रदूषित प्रदूषित हो गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज पूर्व से ही तुलसी विवाह, गोवर्धन पूजा जैसे कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं। जो हमें यह संदेश देता है कि हमें प्रकृति से पोषण पाकर जीवित रहना है। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि हम सभी को पर्यावरण और प्रकृति का संरक्षण करने के लिए जागरूक होना पड़ेगा। हमें प्रकृति बंदन कार्यक्रम एक दिन मना कर भूल नहीं जाना है। बल्कि पर्यावरण संरक्षण को अपनी दिनचर्या में शामिल करना है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर धर्मराज सिंह, निदेशक शोध डॉक्टर एच. जी. प्रकाश, डॉक्टर करम हुसैन, डॉक्टर विवेक सचान, डॉक्टर अंशु चौहान, विश्वविद्यालय के डॉ. खलील खान सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
