कानपुर नगर। रविवार को सुबह रावतपुर स्थित कार्डियोलॉजी अग्निकांड, जिसमें चार मरीज़ों की मौत हो गई थी, कार्डियोलॉजी प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मिली जांनकारी के अनुसार कार्डियोलॉजी परिसर और आईसीयू में आग बुझाने के उपकरण ख़राब थे। उनको चलाने वाला भी कोई नहीं था। लिहाजा शुरुआत में आग बुझाने का प्रयास तक नहीं हुआ। वहीँ दमकल अफसरों ने बताया कि कार्डियोलॉजी को कोई भी एनओसी जारी नहीं की गई है। हैरानी की बात ये है कि सैकड़ों मरीज हर दिन यहां भर्ती होते हैं और सैकड़ों मरीजों का आना जाना रहता है। इसके बावजूद प्रशासन इतनी बड़ी लापरवाही कर इन सभी जान आफत में डाल रहा है।
दमकल कर्मचारियों ने अपने फायर फाइटिंग सिस्टम से आग पर काबू पाया। जब उन्होंने अस्पताल के फायर फाइटिंग सिस्टम को चेक किया तो पता चला कि वे खराब पड़े हैं। वाटर पाइप लाइन, हाइड्रेंट पूरी तरह खराब मिले। उपकरण एक्सपायर हो चुके थे। दमकल के अधिकारियों ने बताया कि अगर फायर फाइटिंग सिस्टम सही होता और उसको चलाने वाले मौजूद होते तो आग इतनी नहीं फैल पाती। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य आलोक कुमार ने बताया कि इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है। कमेटी के सदस्य डीजी फ़ायर सर्विस, मंडलायुक्त कानपुर और प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य हैं। मुख्यमंत्री ने मौके पर जाकर संपूर्ण तथ्यों की जांच करने का निर्देश दिया है।