कानपुर। कोविड-19 के कारण करोड़ो देशवासियों से उनका काम और नौकरियाँ छिन गयी हैं। जिससे उनके परिवार मुसीबत में आ गए हैं। जब तक फिर से अर्थव्यवस्था ढर्रे पर नही आ जाती और स्थिति सामान्य नही होती, तब तक ऐसे परिवारों को तकनीक के द्वारा राशन और अन्य मदद पहुंचाने का एक अनूठा प्रयास आई आई टी कानपुर और कानपुर परिवर्तन फॉरम द्वारा किया जा रहा है।
मुसीबत में फसे परिवार एक टोल फ्री नंबर (1 800 313 4090) के जरिये आई आई टी कानपुर में कैम्पस हाट द्वारा संचालित कॉल सेंटर से बात करते हैं। तदपश्चात, एक टीम जांच करके अगले कुछ दिन में एक डिब्बे में पैक किया हुआ राशन कूरियर द्वारा उन तक पहुंचा देती है। इस प्रकार बिना आत्म सम्मान खोये जरूरतमंदों को मदद मिल जाती है। इस सिस्टम का संचालन कैम्पस हाट द्वारा बनाए गए एप ‘सहयोग’ के माध्यम से हो रहा है। परिवार के सदस्यों की कुशलता, जॉब प्रोफ़ाइल का डाटा भी एकत्र किया जा रहा है जो बाद में रोजगार देने वालों को कुशल कामगारों से जोड़ने में मददगार होगा। यह भी पूछा जा रहा है कि क्या वो परिवार राशन कार्ड लेने के इक्छुक हैं, यदि सहमति देते हैं तो उन्हे नजदीकी सीएससी केंद्र से जोड़ दिया जाएगा।
इस कार्य में प्रोफेसर जयंत सिंह (डीन, रिसोर्स और एलुमिनाई) के दिशा-निर्देश में काम कर रही उन्नत भारत अभियान आई.आई.टी कानपुर की टीम रीता सिंह, प्रोफेसर संदीप संगल, शिखर झा और प्रोफेसर सुधांशु शेखर सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण है।