- कोविड -19 गाइडलाइन का पालन करते हुए विभिन्न ज़िलों के लगभग 750 किसान लेंगे भाग
- चना, गेहूं, सरसों, जौ, मटर, मसूर के बीजों का वितरण किया जाएगा।
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने आज 15 दिवसीय (3 से 17 अक्टूबर 2020) कृषि तकनीकी प्रसार पखवाड़ा का फीता काटकर विधिवत शुभारंभ किया। तत्पश्चात कुलपति ने दीप प्रज्वलित कर तकनीकी सत्र को भी प्रारंभ किया है।
कुलपति ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि यह कृषि तकनीकी पखवाड़ा 15 दिनों तक किसानों के लिए विश्वविद्यालय में चलता रहेगा। उन्होंने किसानों से कहा है कि मौसम परिवर्तन के कारण एकीकृत फसल प्रणाली को अवश्य अपनाएं। जिससे कि यदि एक फसल को मौसम के कारण नुकसान होता है तो दूसरी फसल से किसान भाइयों को लाभ अवश्य मिलेगा। कुलपति ने बताया कि कृषि विभिन्न उद्यमों जैसे फसल उत्पादन, मवेशी का पालन, फल तथा सब्जी उत्पादन, मछली पालन एवं वानिकी इत्यादि का जब एक साथ इस प्रकार समायोजन किया जाए कि वह एक दूसरे के पूरक होंगे। जिससे संसाधनों की क्षमता उत्पादकता एवं लाभ में पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि एकीकृत प्रणालियां अवशेषों के चक्र तथा जल एवं पोषक तत्व आज के निरंतर प्रभाव पर आधारित है। जिससे कृषि लागत में कमी आएगी वहीं दूसरी ओर लगातार आमदनी एवं रोजगार का सृजन होगा कुलपति ने किसानों को यह भी बताया कि एकीकृत फसल प्रणाली में मृदा प्रबंधन, तापमान प्रबंधन, जल प्रबंधन, ऊर्जा दक्षता,जैव विविधता संरक्षण तथा पशुपालन इत्यादि गतिविधियां हैं।
कुलपति ने बताया कि एकीकृत कृषि प्रणाली में फसल और इससे संबंधित उद्यमों में क्षमता से उपज और आर्थिक इकाई समय का इजाफा होता है । कई अध्ययनों से ज्ञात हुआ है कि एकीकृत कृषि दृष्टिकोण अपनाने से छोटे और सीमांत किसानों की आजीविका में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। तकनीकी सत्र में तिलहन उत्पादन की जानकारी किसान भाइयों को डॉ महक सिंह एवं डॉक्टर नलिनी तिवारी ने दी। कार्यक्रम के सभी अतिथियों का स्वागत निदेशक प्रसार धूम सिंह ने किया जबकि सह निदेशक प्रसार डॉ पीके राठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ जितेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर निदेशक शोध डॉक्टर एच जी प्रकाश, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर धर्मराज सिंह, अपर निदेशक प्रसार डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह, निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉक्टर रामाशीष यादव एवं अन्य अधिकारी /वैज्ञानिक तथा जनपद कानपुर देहात के कृषकों ने सहभागिता की। इस 15 दिवसीय पखवाड़े में रबी फसलों के बीज चना, गेहूं, सरसों, जौ, मटर, मसूर के बीजों का वितरण किया जाएगा।