कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए. एल. जाटव ने जायद फसलों की बुवाई के पूर्व बीज अंकुरण परीक्षण की घरेलू विधियों के बारे में एडवाइजरी जारी की है। प्रोफेसर जाटव ने बताया कि बीज को सुबह 10:00 बजे पानी में भिगो दें शाम को 6:00 बजे पानी से निकालकर 2 घंटे अखबार के कागज पर रखकर सुखा दें। तत्पश्चात सायं 8:00 बजे गुनगुनी राख में बीजों को अच्छी तरह मिलाकर अखबार में लपेट कर कपड़े से बांधकर पोटली बना लें। प्रोफेसर जाटव ने बताया कि इस पोटली को सोते समय रजाई में अपने साथ रखें। सुबह तक बीज अंकुरित हो जाएंगे। अंकुरित बीजों को गिनकर प्रतिशत की गणना कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि यदि बीज 80 से 90% तक अंकुरित हो तो वे अच्छे हैं यदि बीज का अंकुरण प्रतिशत 60 से 70% तक है तो बुवाई के समय बीज की मात्रा बढ़ाएं और अंकुरण 50% से कम है तो फिर बीज बदल दें। ताकि किसानों को फसल में नुकसान का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि उचित अंकुरण पाए जाने पर ही बुवाई कर फसल अच्छी, समरूपी एवं अगेती तैयार होगी। जिसका बाजार में उच्च विक्रय दर प्राप्त होगा तथा किसानों को लाभ होगा।
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