अलीगढ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ में खैर तहसील के लोधा विकास खण्ड के अन्तर्गत स्वतंत्रता सैनानी राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़ नोड तथा राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के प्रदर्शनी मॉडल को भी देखने गए। इस दौरान यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। 92 एकड़ से अधिक भूमि पर निर्मित होने वाले इस विश्वविद्यालय से अलीगढ़ मंडल के 395 से अधिक महाविद्यालय सम्बद्ध किये जायेंगे। विश्वविद्यालय के लिए पहले चरण में निर्माण कार्यो के लिए 101.41 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने दिवंगत कल्याण सिंह को याद करते हुए कहा कि रक्षा क्षेत्र में अलीगढ़ के उभरते महत्व और अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना देखकर कल्याण सिंह को बहुत खुशी होती। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी आजादी के आंदोलन में ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने अपना सब कुछ खपा दिया। लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया। प्रधानमंत्री ने कहा, आज 21वीं सदी का भारत 20वीं सदी की इन गलतियों को सुधार रहा है।
प्रधानमंत्री ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के जीवन से हमें अदम्य इच्छा शक्ति, अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जाने की इच्छा रखने की सीख देता है। उन्होंने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह भारत की आजादी चाहते थे और अपने जीवन का एक-एक पल उन्होंने इसी के लिए समर्पित कर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब आजादी का अमृत महोत्सव के समय भारत शिक्षा और कौशल विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है तो मां भारती के इस योग्य सपूत के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना ही उनके लिए वास्तविक ‘कार्यांजलि’ है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय न केवल उच्च शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनेगा बल्कि आधुनिक रक्षा अध्ययन, रक्षा निर्माण से संबंधित प्रौद्योगिकी और कार्यबल विकास के केंद्र के रूप में भी उभरेगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की, स्थानीय भाषा में कौशल और शिक्षा की विशेषताओं से इस विश्वविद्यालय को बहुत लाभ होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश ही नहीं दुनिया भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, ड्रोन, युद्धपोत तक भारत में ही निर्मित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के बड़े रक्षा आयातक की छवि को खत्म करने की कोशिश कर रहा है और दुनिया के एक महत्वपूर्ण रक्षा निर्यातक की नई पहचान हासिल कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस परिवर्तन का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है और उत्तर प्रदेश से सांसद होने के नाते उन्होंने इस पर गर्व किया। उन्होंने बताया कि डेढ़ दर्जन रक्षा निर्माण कंपनियां सैकड़ों करोड़ रुपये के निवेश से हजारों नौकरियों का सृजन करेंगी। डिफेंस गलियारे के अलीगढ़ नोड में छोटे हथियारों, आयुधों, ड्रोन और एयरोस्पेस से संबंधित उत्पादों के निर्माण में मदद करने के लिए नए उद्योगों की स्थापना हो रही है। इससे अलीगढ़ और आसपास के इलाकों को नई पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अलीगढ़, जो अपने प्रसिद्ध ताले से घरों और दुकानों की रक्षा के लिए जाना जाता था, अब देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले उत्पादों के निर्माण के लिए भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के लिए नए अवसर पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि आज योगी सरकार पूरी ईमानदारी से राज्य के विकास में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का निरंतर प्रयास है कि छोटी जोत वाले किसानों को ताकत दी जाए। उन्होंने कहा कि चाहे डेढ़ गुना एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) हो, किसान क्रेडिट कार्ड का विस्तार हो, बीमा योजना में सुधार हो, तीन हजार रुपए की पेंशन की व्यवस्था हो, ऐसे अनेक फैसले छोटे किसानों को सशक्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के गन्ना किसानों को एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा बढ़ने से फायदा होगा।