नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ ऑनलाइन शिखर बैठक करेंगे। इस दौरान एक व्यापक रोडमैप 2030 का शुभारंभ होगा,जो अगले दशक में पांच प्रमुख क्षेत्रों, अर्थात् दोनों देशों के नागरिकों के बीच सम्पर्क,व्यापार और समृद्धि,रक्षा और सुरक्षा,जलवायु पर कार्य एवं स्वास्थ्य देखरेख के क्षेत्र में भारत-ब्रिटेन सहयोग को और अधिक बढाने एवं सुदृढ़ करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
भारत और ब्रिटेन के बीच 2004 से रणनीतिक सहयोग चल रहा है। इसे दोनों देशों के बीच नियमित रूप से होने वाले उच्च स्तरीय आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग के रूप में देखा जा सकता है। शिखर बैठक दोनों देशों के बहुआयामी रणनीतिक संबंधों को और आगे बढ़ाने एवं पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगी। दोनों नेता कोविड-19 के लिए सहयोग और महामारी से लड़ने के वैश्विक प्रयासों पर भी चर्चा करेंगे।
लंदन में ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ ने भी दोनों नेताओं की बैठक की पुष्टि की। ब्रिटिश सरकार ने दोनों प्रधानमंत्रियों की बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि ब्रिटेन 1000 और वेंटिलेटर भारतीयों अस्पतालों को देगा ताकि कोविड-19 की गंभीर स्थिति से निपटने में मदद मिल सके। यह मदद पिछले हफ्ते 200 वेंटिलेटर, 495 ऑक्सीजन सांद्रक और तीन ऑक्सीजन जेनरेटर भेजने की घोषणा के अतिरिक्त होगी।