कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के आनुवंशिकीय एवं पादप प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. महक सिंह ने बताया कि आज मंडल स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्टी 2021 का आयोजन निदेशक कृषि उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया। जिसमें प्रदेश के कानपुर, आगरा, अलीगढ़ एवं लखनऊ मंडल के सभी जनपदों में स्थित राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) में वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारियों, वैज्ञानिकों एवं कृषकों ने प्रतिभाग किया।
डॉ. सिंह ने बताया कि इसी क्रम में विश्वविद्यालय से वे स्वयं एवं डॉक्टर अखिलेश मिश्रा दलहन वैज्ञानिक ने प्रतिभाग किया। डॉक्टर महक सिंह ने बताया कि तिलहन अभियान के अंतर्गत राई सरसों के उत्पादन पर नवीन तकनीकों के प्रयोग की सलाह दी। उन्होंने बताया कि तोरिया की नव विकसित प्रजाति जैसे तपेश्वरी,आजाद चेतना एवं राई में वरुणा, रोहिणी, उर्वशी, बसंती एवं नव विकसित प्रजाति आजाद महक तथा अलसी की नव विकसित प्रजातियां राजन, उमा, इंदु, सूर्या एवं अन्नू के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही कुसुम की प्रजाति के 65,मालवीय 305 एवं अन्य के बारे में विस्तार से किसानों को बताया।जिससे प्रदेश में खाद्य तेल का उत्पादन बढ़ाया जा सके। इस अवसर पर दलहन वैज्ञानिक डॉक्टर अखिलेश मिश्रा ने रबी दलहन जैसे चना, मटर, मसूर इत्यादि के की विस्तार से किसानों को जानकारी दी। जबकि डॉ. सोमवीर सिंह ने गेहूं फसल विभिन्न नवीन प्रजातियां एवं अधिक उत्पादकता हेतु कृषि तकनीकी को विस्तार से बताया डॉक्टर संजीव सचान ने सब्जी मटर एवं अन्य सब्जियों के बारे में जानकारी दी।