कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर.सिंह द्वारा जारी वैज्ञानिकों के निर्देश के क्रम में आज दलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के दौरान सहजन पेड़ नहीं बल्कि मानव के लिए चमत्कार है। उन्होंने बताया कि दुनिया के कई देश इस समय कोरोना वायरस के प्रकोप से पीड़ित है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर हमारे जीवन पर काल बनकर टूट पड़ी है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से वे लोग ही सुरक्षित रह सकते हैं जिनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है। डॉ. अशोक ने अपील की है की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए सहजन एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने बताया कि सहजन की पत्ती, फलियां, फूल, जड़ आदि का उपयोग किसी न किसी रूप में मानव शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।
डॉक्टर अशोक ने बताया कि सहजन का पौधा औषधि गुणों से भरपूर है उन्होंने कहा कि सहजन में 300 रोगों के रोकथाम के गुण हैं। उन्होंने बताया कि सहजन में 92 तरह के मल्टीविटामिन, 46 प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि सहजन की पत्तियों में प्रोटीन,विटामिन बी6,सी, ए, ई, आयरन, कैल्शियम तथा पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। उन्होंने बताया कि यही कारण है कि सहजन को सुपरफूड या इम्यूनिटी बूस्टर भी कहा जाता है। भारतीय हरित क्रांति के जनक प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन ने सहजन को प्राकृतिक रूप से बायोफोर्टीफाइड पौधा कहा है।