नई दिल्ली। परस्पर 10 दिन चले आपसी अभ्यास के बाद भारत-उज्बेकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास डस्टलिक के दूसरे संस्करण का शुक्रवार, को रानीखेत, उत्तराखंड में समापन हुआ। 10 मार्च, 2021 को शुरू हुए संयुक्त अभ्यास में ज़ोर शहरी परिदृश्य में उग्रवाद/आतंकवाद विरोधी अभियानों पर होने के साथ-साथ हथियारों के कौशल पर विशेषज्ञता साझा करने पर केंद्रित था। इस अभ्यास ने दोनों सेनाओं के सैनिकों को स्थायी पेशेवर और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान किया। गहन सैन्य प्रशिक्षण के बाद दोनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास सम्पन्न हुआ। इस अभ्यास में भारतीय सेना और उजबेकिस्तान सेना के 45 सैनिकों ने भाग लिया।
दोनों देशों की सेना इस अभ्यास के दौरान आतंकवादी समूहों पर अपनी युद्ध शक्ति और प्रभुत्व का प्रदर्शन कर रही थी। समापन समारोह में दोनों देशों के अनूठे पारंपरिक संपर्क के साथ अपार प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने अभ्यास के व्यावसायिक संचालन के प्रति संतोष और आभार व्यक्त किया। अभ्यास के दौरान पैदा हुई मिलनसारिता, दल भावना एवं सद्भावना से भविष्य में दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को मजबूत करने में और बढ़ावा मिलेगा। डस्टलिक का पहला संस्करण नवंबर, 2019 के महीने में उज्बेकिस्तान में आयोजित किया गया था।