लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आमजन को विकास कार्यों में प्रत्यक्ष भागीदार बनाने के लिए बुधवार को ‘उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना’ शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना के तहत गांवों में होने वाले अवस्थापना विकास के विभिन्न कार्यों में हर व्यक्ति को सीधी हिस्सेदारी का मौका मिलेगा। परियोजना की कुल लागत का 50 फीसदी खर्च सरकार वहन करेगी, जबकि शेष 50 फीसदी इच्छुक व्यक्ति की ओर से सहयोग होगा। बदले में परियोजना का नामकरण सहयोगी व्यक्ति की इच्छानुसार उनके परिजनों के नाम पर किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने ग्राम्य विकास और पंचायती राज विभाग को इस अभिनव योजना की औपचारिक शुरुआत के लिए विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों के समग्र विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना एक अच्छा प्रयास हो सकती है। इसके माध्यम से गांवों में स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी, पुस्तकालय, स्टेडियम, व्यायामशाला, ओपन जिम, पशु नस्ल सुधार केंद्र, फायर सर्विस स्टेशन आदि की स्थापना होगी। स्मार्ट विलेज के लिए सीसीटीवी लगवाने, अंत्येष्टि स्थल का विकास, सोलर लाइट, सीवरेज के लिए एसटीपी प्लांट लगवाने में आमजन की भागीदारी होगी। इसके माध्यम से परियोजना की कुल लागत का आधा खर्च उठाकर संबंधित व्यक्ति उसका पूरा श्रेय ले सकेगा।