नईदिल्ली। देश में वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी (GST) को आसान बनाने, पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के व्यापारिक संगठनों सहित कई परिवहन संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। यह बंद आज सुबह 6 बजे से शुरू हो चुकी है और शाम 8 बजे तक लागू रहेगी। कंफेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की ओर से बुलाए गए इस भारत बंद को अब ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) का भी समर्थन मिल गया है। साथ ही कुछ अन्य संगठनों ने भी व्यापारियों के इस भारत बंद का समर्थन किया है।
सीएआईटी की ओर से जारी बयान कर कहा गया कि देशभर के सभी वाणिज्यिक बाजार बंद रहेंगे और सभी राज्यों के विभिन्न शहरों में धरना दिया जाएगा। देशभर के 40,000 से ज्यादा ट्रेडर्स एसोसिएशन इस बंद का समर्थन करेंगे। बयान में कहा गया कि पिछले चार साल में जीएसटी में करीब 950 संशोधन हो चुके हैं। जीएसटी पोर्टल में लगातार तकनीकी गड़बड़ी और अनुपालन दबाव इस सिस्टम की खामियों में शामिल हैं।जीएसटी सिस्टम की सफलता के लिए स्वैच्छिक अनुपालन सबसे अहम है, क्योंकि इससे अधिक-से-अधिक लोग अप्रत्यक्ष कर प्रणाली से जुड़ेंगे। इससे टैक्स बेस बढ़ेगा और रेवेन्यू में इजाफा होगा।
ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने कैट का समर्थन कर आज ही चक्का जाम का ऐलान किया है. लिहाजा, आज सभी व्यावसायिक बाजार बंद रहेंगे। दावा किया जा रहा है कि इसमें 8 करोड़ छोटे कारोबारी, करीब 1 करोड़ ट्रांसपोर्टर, लघु उद्योग और महिला उद्यमी शामिल है।
दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसानों से आज परिवहन एवं श्रमिक संघों द्वारा बुलाये गए भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की। मोर्चा ने एक बयान में कहा कि वह परिवहन एवं श्रमिक संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करता है। उसने कहा, हम देश के सभी किसानों से भारत बंद के प्रदर्शनकारियों का शांतिपूर्ण ढंग से समर्थन करने और बंद को सफल बनाने की अपील करते हैं।