कानपुर। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल की मानें तो कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ में कोरोना संक्रमण का ग्राफ 20 मई के बाद नीचे गिरेगा। जहां प्रतिदिन शहरों में संक्रमण के केस डेढ़ से दो हजार के बीच आ रहे हैं, वहां 20 मई के बाद सैकड़ों में सीमित हो जाएंगे।
आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर पद्मश्री मणींद्र अग्रवाल ने गणितीय विश्लेषण के आधार पर दावा किया है। उन्होंने कोरोना प्रभावित हर एक राज्य का अलग-अलग डाटा तैयार किया है। प्रफेसर ने गणतीय विश्लेषण के आधार पर दावा है कि यूपी के प्रमुख शहरों कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज और कई अन्य शहरों में संक्रमण का ग्राफ तेजी से गिरेगा, जबकि कुछ राज्यों में संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ेगा।
प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि कानपुर में बीते 28 से 30 अप्रैल के बीच कोरोना पीक पर था। यह विश्लेषण पिछले साल के संक्रमण दर की स्थिति और दूसरी लहर के संक्रमण के फैलाव के आधार पर निकाला गया है।
नोएडा में कोरोना का पीक टाइम 8 से 12 मई के बीच आने वाला है। इसके बाद कोरोना के ग्राफ में तेजी से गिरावट आएगी। विश्लेषण रिपोर्ट के आधार पर मुंबई में कोरोना का पीक टाइम 20 से 22 अप्रैल के बीच आ चुका है। एक जून तक कोरोना से राहत मिल जाएगी। पटना में 24 से 26 अप्रैल के बीच कोरोना का पीक टाइम आ चुका है। चेन्नई में 25 से 30 मई तक कोरोना का पीक टाइम आने की उम्मीद है। वहीं, कोलकाता में 12 मई के आसपास पीक टाइम आने की उम्मीद है।