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कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है संतुलित आहार: डॉ.निमिषा अवस्थी

कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी. आर.सिंह के निर्देश के क्रम में मंगलवार को दलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है संतुलित आहार विषय पर एडवाइजरी जारी की है उन्होंने बताया कि हमारा रोजाना का संतुलित आहार का महत्व बहुत ज्यादा होता है, वह हमारी शारीरिक ऊर्जा और दिमाग को तंदुरुस्त रखने में मदद करता है तथा मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए आहार का बहुत महत्व है। कोरोना से बचने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना भी आवश्यक है। वायरस के संक्रमण से बचने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है। शरीर में रोग प्रतिरक्षण क्षमता बढ़ाने को नियमित आहार में फल और सब्जी (सलाद) की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। इसके लिए भोजन के 2 फीसद नियम को अपनाएं। उन्होंने आम जनमानस को सलाह दी है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सुबह खाली पेट ताजे फल और हरी सब्जियों का सलाद जरूर लेना चाहिए।
डॉक्टर अवस्थी ने बताया कि पोषण विशेषज्ञो के अनुसार अपने कुल वजन का महज दो फीसद ताजा फल और सब्जी खाली पेट सेवन करने से दैनिक पोषक आवश्यकता की प्रतिपूर्ति हो जाती है। उदाहरण के तौर पर एक व्यक्ति का वजन 60 किलोग्राम है तो उसको प्रतिदिन 1200 ग्राम अर्थात 1.2 किग्रा0 फल एवं सब्जी का सेवन करना चाहिए, इसमें 600 ग्राम फल और 600 ग्राम सब्जी हों। इससे शारीरिक आवश्यकतनुसार एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स, खनिज लवण इत्यादि मिल जाते हैं जो किसी भी वायरस से लड़ने में शरीर को सक्षम बनाते हैं। उन्होंने संतुलित आहार के फायदे के बारे में बताया कि यह वजन को नियंत्रित करता है तथा संतुलित आहार और नियमित रूप से व्यायाम करने से आप अतिरिक्त वजन बढ़ने और स्वस्थ एवं उचित वजन बनाये रख सकते हैं। तो नियमित व्यायाम हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है और आपके ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकता है। इसके अतिरिक्त घटाना हो वजन तो संतुलित, कैलोरीज घटाने वाला आहार खाने से भी वजन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। जब आप एक स्वस्थ नाश्ते के साथ दिन की शुरुआत करते हैं, तो आप खाने के समय में भूख लगने पर निंयत्रण पा सकते है। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी समय का भोजन न छोड़ें, अगर वजन घटाने जा रहे हैं तो कुछ हल्का जैसे फल, जूस, सिर्फ एक कटोरी दही, या अंकुरित चना इत्यादि का सेवन करें। कभी भी नाश्ता न भूलें, नाश्ता छोड़ने से आपकी रक्त शर्करा बढ़ सकती है, जिससे वसा का भंडारण बढ़ जाता है। प्रति दिन अपने आहार में फलों और सब्जियों की कम से कम 400 ग्राम मात्रा जरूर शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ, जो कैलोरीज़ में कम और पोषक तत्वों से भरपूर हैं, वजन नियंत्रण में मदद करते हैं। उन्होंने बताया कि संतुलित भोजन से मूड में सुधार होता है। तथा संतुलित मानसिक आरोग्य के लिए संतुलित आहार होना बहुत जरुरी होता है। शारीरिक गतिविधि एंडोर्फिन के उत्पादन को उत्तेजित करती है। एंडोर्फिन मस्तिष्क रसायन हैं जो आपको खुशी और अधिक आराम महसूस कराते हैं। एक स्वस्थ आहार खाने के साथ-साथ व्यायाम करने से बेहतर एंडोर्फिन का पर्याप्त श्राव होता जिससे मूड अच्छा होगा, सुख एवं आराम की अनुभूति करेंगे कार्य करने की क्षमता का विकास होगा, साथ ही आत्मविश्वास बढ़ेगा, तनाव में कमी और संज्ञानात्मक कार्य में सुधार होगा।
डॉक्टर अवस्थी ने बताया कि संतुलित भोजन ऊर्जा को बढ़ाता है उन्होंने कहा कि हम सभी बहुत अधिक वासा या शर्करा युक्त भोजन खाने के बाद एक सुस्त भावना का अनुभव करते हैं। जब आप संतुलित आहार खाते हैं तो आपके शरीर को वह ईंधन प्राप्त होता है जो आपके ऊर्जा स्तर को प्रबंधित करने के लिए आवश्यक होता है। उन्होंने बताया कि एक स्वस्थ आहार में साबुत अनाज, लीन मीट, कम वसा वाले डेयरी खाद्य पदार्थ, फल और सब्जियां इत्यादि। विशेषज्ञों का कहना है की, नियमित शारीरिक व्यायाम से मांसपेशियों की ताकत में भी सुधार होता है और आपको अधिक ऊर्जा मिलती है। व्यायाम आपके ऊतकों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने में मदद करता है और आपके हृदय एवं रक्तवाहिका प्रणाली को अधिक कुशलता से काम करने में मदद करता है। जिससे आपको अपनी दैनिक गतिविधियों के लिए अधिक ऊर्जा मिलती है। यह बेहतर नींद को बढ़ावा देकर ऊर्जा को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। अपर्याप्त नींद कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकती है। इसके अलावा, यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आप चिड़चिड़े और मूडी भी महसूस कर सकते हैं। उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोग के लिए अपर्याप्त नींद जिम्मेदार है। प्रतिदिन 6-8 घंटे की नींद आवश्यक है। नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए, एक नियत समय पर ही खाएं व सोएं। स्वस्थ शरीर के लिए एक नियत समय सारिणी का पालन अति आवश्यक है। कैफीन का सेवन कम करें,  झपकी लेने की आदत न डालें, और एक आरामदायक नींद का वातावरण बनाएं।
उन्होंने बताया कि संतुलित आहार एवं नियमित दिनचर्या दीर्घायु बनाता है जब आप स्वस्थ आदतों का अभ्यास करते हैं, तो आपके दीर्घायु होने की संभावना बढ़ जाती है। अध्ययन से पता चला है कि जो लोग हर दिन सिर्फ 30 मिनट चलते हैं, व सप्ताह में 2 घंटे व्यायाम करते हैं उनकी जीवन क्षमता बढ़ जाती है। उनके समय से पहले मरने की सम्भावना काम होती है। यह केवल आहार और व्यायाम ही है जो सकारात्मक मनोवस्था का नेतृत्व करता है। एक ओर स्वस्थ आदत जो बेहतर मानसिक स्वास्थ्य की ओर ले जाती है, सामाजिक संबंध बनाती है दूसरी ओर सेरोटोनिन के स्तर को संतुलित करने में और बेहतर बनाने में भी मदद करती हैं। हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मध्यम शारीरिक व्यायाम की योजना बनाएं। इससे हृदय के व्यायाम के साथ ही शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी। पाचन तंत्र भी मजबूत होगा।
संतुलित आहार के लिए अवश्य शामिल करें
संतुलित आहार के लिए दाल चावल रोटी सब्जी एवं दही का सिद्धांत पालन करें खाने को ज्यादा पकाने, तलने या बार-बार गर्म करने से भी बचने की जरूरत होती है। ऐसा करने से खाने की पोषण मान कम हो जाता है।  संतुलित आहार लेते समय यह जानना भी जरूरी है कि खाने के प्राकृतिक श्रोत ही हमारी बॉडी की पोषक मांग  को पूरा करते हैं। लेकिन इसके साथ जरूरी है कि इन्हें इनकी सही रुप और मात्रा में खाया जाए। आहार  में कुछ भी शामिल करने से पहले यह समझना जरुरी है की एक व्यक्ति की पोषण आवश्यकता कितनी है, एक साधारण कार्य करने वाले व्यक्ति की प्रतिदिन 2200-2400 किलो कैलोरी की आवश्यकता होती है तथा भारी कार्य करने वाले को 2800-3000 किलो कैलोरी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा बॉडी की इम्यूनिटी को भी मजबूत रखना जरूरी है। इसके लिए विटामिन ए, सी और ई को अपनी आहार  में शामिल करें।

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