लखनऊ। काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष की स्मृति में लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के तहत शिक्षा शास्त्र विभाग में शनिवार को काकोरी ट्रेन एक्शन पर एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दिनेश कुमार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजनीति विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय गुप्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के आरंभ में काकोरी ट्रेन एक्शन पर आधारित डॉक्युमेंट्री को दिखाया गया जिसको सभागार में उपस्थित शिक्षकों तथा छात्रों ने ध्यानपूर्वक देखा एवं काकोरी ट्रेन एक्शन में हुए घटनाक्रम को समझा। शोधार्थी शेफाली जावेद एवं दीपक गुप्ता ने डॉक्यूमेंट्री पर अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय गुप्ता ने अपने संबोधन में काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्तमान में प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला तथा इसे एक अहिंसक घटना बताया। प्रोफेसर संजय गुप्ता ने यह बताया कि किस प्रकार से काकोरी ट्रेन एक्शन सिर्फ एक ऐतिहासिक महत्व का विषय ही नहीं है अपितु इसकी भूमिका स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान के निर्माण में भी रही है। प्रोफ़ेसर गुप्ता द्वारा इस तरह के आयोजन को राष्ट्रीय औषधि की संज्ञा दी गयी और इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के आयोजन निरंतर होते रहने चाहिए और युवाओं को अपने स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दिनेश कुमार ने काकोरी ट्रेन एक्शन पर प्रकाश डालते हुए सभागार में उपस्थित सभी शिक्षकों एवं छात्रों को धन्यवाद देते हुए उन्हें काकोरी ट्रेन एक्शन से सम्बंधित स्थानों का भ्रमण करने के लिए प्रेरित किया। प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि इस तरह की डॉक्यूमेंट्री किसी घटना तथा अपने गौरवशाली इतिहास को समझने का अच्छा माध्यम है।
कार्यक्रम का संयोजन डॉक्टर नीतू सिंह द्वारा किया गया तथा मंच का संचालन शोध छात्रा पूनम कुशवाहा एवं शिखा वर्मा ने किया।डॉक्टर नीतू सिंह ने सभागार में उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम में प्रोफ़ेसर श्रवण कुमार, प्रोफ़ेसर मुनेश कुमार, प्रोफ़ेसर अरुण कुमार, डाक्टर सूर्य नारायण गुप्ता, डाक्टर बीना इन्द्राणी, डाक्टर संजय यादव, डाक्टर सुमित गंगवार, डाक्टर देवेन्द्र कुमार यादव उपस्थित रहे।