नई दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह, एवीएसएम, कमांडर-इन-चीफ अंडमान एंड निकोबार कमांड (CINCAN) ने सोमवार को विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस की शताब्दी के उपलक्ष्य में भाग लिया। यह अवसर भारतीय नौसेना की हाइड्रोग्राफिक बिरादरी द्वारा हर साल संबंधित कमानों में समन्वित कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से मनाया जाता है ताकि हाइड्रोग्राफी के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके और समुद्र में सुरक्षित नौवहन सुनिश्चित करने में इसके योगदान के साथ-साथ भारतीय नौसेना हाइड्रोग्राफिक संगठन की उपलब्धियों और योगदान को प्रदर्शित किया जा सके । इस वर्ष इस आयोजन का विषय ‘हाइड्रोग्राफी में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के 100 वर्ष’ है।
कमांडर-इन-चीफ अंडमान एंड निकोबार कमांड (CINCAN) ने हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षणों के माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र में तटवर्ती लोगों के बीच क्षमता निर्माण पहलों में भारतीय नौसेना हाइड्रोग्राफिक संगठन द्वारा प्रदान की गई अभूतपूर्व सेवा की सराहना की और मित्र राष्ट्रों के कर्मियों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया। इन सर्वेक्षणों से नीति आयोग के तहत अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में टिकाऊ विकास के लिए सागरमाला परियोजना को बढ़ाने में मदद मिलती है।
अंडमान एवं निकोबार कमान मुख्यालय के तहत पोर्ट ब्लेयर में हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण इकाई इन द्वीपों के आसपास के सर्वेक्षणों के लिए उत्तरदायी है और हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षणों की रिपोर्टों के संचालन, विश्लेषण और तैयारी के लिए अत्याधुनिक उपकरणों से पूरी तरह सुसज्जित है। एचएसयू (पीबीआर) अंडमान निकोबार कमांड के भीतर भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के साथ विभिन्न संयुक्त अभियानों में भाग लेता है। इकाई ने अंडमान समूह द्वीपों में चार स्थानों- शहीद द्वीप, स्वराज द्वीप, हट बे और लांग आईलैंड में उपयुक्त समुद्री विमान लैंडिंग स्थलों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के तहत भारत की प्रतिष्ठित परियोजना आरसीएस 3.0-उड़ान के लिए सफलतापूर्वक सर्वेक्षण किया है, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
भारतीय नौसेना की दक्षिणी नौसेना कमान के हाइड्रोग्राफी जहाज सतलुज और पूर्वी नौसेना कमान से निरूपक वर्तमान में अप्रैल 2021 के बाद से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण के लिए तैनात हैं। ये जहाज अंडमान एवं निकोबार द्वीपों के नौवहन चार्ट का सर्वेक्षण करने और उन्हें अपडेट करने के लिए अत्याधुनिक मल्टी-बीम थी मेट्रिक डाटा अधिग्रहण प्रणालियों का उपयोग करते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित कर्मियों द्वारा सभी कोविड यथोचित उपाय किए गए।