कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज के शिक्षकों एवं अतिथि प्रवक्ताओं के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने संस्थान का प्रस्तुतीकरण देखा और उन्होंने निर्देश दिया कि एक एप बनाया जाए जिसमें फिजियोथेरेपी से संबंधित व डाइट काउंसलर की सुविधा नागरिकों को दी जा सके। होम विजिट के लिए नागरिक फिजियोथेरेपिस्ट की बुकिंग घर बैठे कर सकें। इस सुविधा के माध्यम से कोरोना काल में नागरिकों को चेस्ट व अन्य फिजियोथेरेपी तथा उचित आहार के संबंध में आसानी से परामर्श/सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
कुलपति ने वर्चुअल हैप्पीनेस सेंटर बनाने के संबंध में भी चर्चा की और उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय एक वर्चुअल हैप्पीनेस सेंटर लोगों को प्रसन्न रखने/अवसाद मुक्त रखने में लाभकारी होगा। कुलपति के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर शीघ्र ही संस्थान फेसबुक लाइव पर ऑनलाइन योग सेशन प्रारम्भ करेगा। समीक्षा बैठक में संस्थान के भविष्य का प्लान भी प्रस्तुत किया गया। इसके अंतर्गत संस्थान के निदेशक डॉ. प्रवीन कटियार ने संस्थान की विभिन्न प्रयोगशालाओं को आगामी 05 वर्ष की आवश्यकताओं के अनुसार अपग्रेड करने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिस पर कुलपति महोदय ने सहमति प्रस्तुत की। इसके साथ ही साथ संस्थान में मरीजों के पंजीकरण व उनके रिपोर्टिंग के समस्त कार्य को ऑटोमेट करने का निर्देश कुलपति ने दिया।
कोविड-19 के दृष्टिगत विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को उच्चीकृत करने तथा संस्थान के पैरामेडिकल विद्यार्थियों को श्रेष्ठ क्लीनिकल प्रशिक्षण उपलब्ध कराने हेतु संस्थान के निदेशक ने 100 बेड के बहु विशेषज्ञ अस्पताल की आवश्यकता बतायी। इस पर कुलपति ने संस्थान के निदेशक को निर्देश दिया कि इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव एवं कार्य योजना तत्काल प्रस्तुत की जाए।
इस समीक्षा बैठक में संस्थान के शिक्षकों ने अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों/शोध पत्रों एवं अनुसंधान कार्यों के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया। कुलपति जी ने सभी को अपना अनुसंधान कार्य एवं शोध-पत्रों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया।
इस समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 अनिल कुमार यादव, डीन एडमिनिस्ट्रेशन प्रो सुधांशु पाण्डया, प्रभारी सिस्टम मैनेजर डॉ. राशि अग्रवाल, डॉ. संदेश गुप्ता, संस्थान के शिक्षक डॉ. मुनीश रस्तोगी, चन्द्रशेखर कुमार, प्रो. एस.एन. सिंह, प्रो. किरन पाण्डेय, डॉ. दिग्विजय शर्मा, डॉ. कौशलेन्द्र कुमार पाण्डेय, डॉ. शालिनी रोहतगी, डाॅ. भारती दीक्षित, डॉ. वीरेन्द्र निगम, डॉ. रविराजा व सोनाली धनवानी व अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।