नई दिल्ली। भारत भर में कृषि विकास को बढ़ावा देने और किसानों को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने कृषि और किसान कल्याण विभाग के साथ मिलकर ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ शुरू किया है। 29 मई से 12 जून, 2025 तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य उन्नत खरीफ फसल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना, सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी का प्रसार करना और किसानों से बहुमूल्य प्रतिक्रिया एकत्र करना है।
इस राष्ट्रव्यापी पहल के तहत, 2,000 से अधिक बहु-विषयक टीमें 700 से अधिक जिलों का दौरा कर रही हैं, और जमीनी स्तर पर कृषि पद्धतियों को मजबूत करने के लिए किसानों से सीधे संपर्क कर रही हैं। इन टीमों में वैज्ञानिक, कृषि विशेषज्ञ और सरकारी अधिकारी शामिल हैं, जो स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
कर्नाटक में 70 से ज़्यादा समर्पित टीमें इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं और रोजाना आउटरीच कार्यक्रम चला रही हैं। उनके प्रयासों को आईसीएआर संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) और राज्य कृषि विभागों का समर्थन प्राप्त है।
कर्नाटक में अभियान का एक प्रमुख आकर्षण केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का दौरा होगा, जो रविवार 8 जून को सुबह 10 बजे आईसीएआर-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, हेसरघट्टा में किसानों को संबोधित करेंगे और मीडिया से बातचीत करेंगे।