कानपुर। प्रधानमंत्री की समीक्षा के उपरांत उत्तर प्रदेश के कृषि जलवायु क्षेत्र- 5 में कृषि के उत्पादन बढ़ाने एवं किसानों की आय दोगुनी करने के संबंध में तथा कृषि विकास की रणनीति बनाने हेतु टास्क फोर्स के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक हुई। जिसमें उत्तर प्रदेश के जोन 5 में प्रदेश के घनी आबादी वाले कुल 40 जनपद शामिल हुए। इस बैठक में कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने कहा कि घनी आबादी एवं छोटी जोत के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं आमदनी बढ़ाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए छोटे-छोटे कृषि उद्यमों जैसे बकरी पालन, दुग्ध उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन एवं मूल्य संवर्धन के बारे में रणनीति बनाने के बारे में सुझाव दिया। इसके अतिरिक्त डॉ. सिंह ने कहा कि भूमि संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, मृदा स्वास्थ्य, जल संरक्षण आदि की रणनीति के द्वारा नदियों एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर भी सुझाव दिया। उन्होंने किसानों को अधिक कीमत दिलाने हेतु विभिन्न प्रकार के मॉडल से किसानों को सीधे उपभोक्ता से जोड़ने के लिए भी रणनीति बनाने पर बल दिया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के जोन 5 के 40 जनपदों के समस्त कृषि विज्ञान केंद्रों से अपेक्षा की एक की गई है कि अपने जनपदों की कृषि रणनीति पर सुझाव प्रेषित करते हुए विभिन्न एकीकृत कृषि प्रणाली के विकास पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
इस कार्यक्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय मेरठ, पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा एवं गौ रक्षा विश्वविद्यालय मथुरा के कुलपति गण एवं भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान बरेली के निदेशक शोध, निदेशक प्रसार अटारी जोन 3 के निदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों के निदेशक गण सहित कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं वैज्ञानिक शामिल रहे।