कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की प्रसार निदेशालय में बुधवार को निदेशक प्रसार/समन्वयक डॉ. ए.के. सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों की गहन समीक्षा बैठक हुई।
निदेशक प्रसार/समन्वयक डॉ. ए. के. सिंह ने सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के अध्यक्षों एवं संबंधित वैज्ञानिकों को सख्त निर्देश दिए कि खरीफ में केंद्र के प्रक्षेत्रों की बुवाई को सुनिश्चित किया जाए तथा किसानों के प्रक्षेत्रों पर कराए जाने वाले परीक्षण व प्रदर्शनों को समय से नवीन तकनीकों के साथ लगाया जाए। जिससे जनपद के किसानों के बीच तकनीकी का प्रचार-प्रसार बड़े क्षेत्रफल में प्रभावी ढंग से हो सके तथा जनपद की मुख्य फसलों की उत्पादकता को बढ़ाया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रत्येक वैज्ञानिक कम से कम केंद्र पर एक इकाई की स्थापना अवश्य करें। जो किसानों के लिए उपयोगी हो तथा उनको लाभप्रद भी बनाए। समन्वयक डॉक्टर ए. के. सिंह ने जोर देकर कहा कि केंद्रों पर चलने वाले फसल अवशेष प्रबंधन, निकरा, एससीएसपी तथा आरकेबीवाई जैसी परियोजनाएं केंद्र सरकार के द्वारा संचालित हैं। उनके कार्यों को समय से क्रियान्वित किया जाए। जिस का अवलोकन तथा मूल्यांकन समय-समय पर विश्वविद्यालय स्तर पर गठित टीम के द्वारा किया जाना है। इन सभी कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए संबंधित अध्यक्ष व वैज्ञानिक जिम्मेदार होंगे।
बैठक में केंद्रों की साफ-सफाई तथा केंद्रों पर कृषि यंत्रों व स्थाई सामग्रियों की अद्यतन स्थिति 30 अप्रैल तक अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया है। समीक्षा बैठक के अंत में सह निदेशक प्रसार डॉ. पी.के. राठी ने आए हुए सभी अध्यक्षों व वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया। इस बैठक में डॉक्टर धनंजय सिंह, डॉ. एस. बी. पाल, डॉक्टर एस. एल. वर्मा, डॉ. नीलिमा कुंवर, डॉ. अशोक कुमार एवं डॉ. बी. के. कनौजिया सहित समस्त केंद्रों के अध्यक्ष एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे।