कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में वसंत उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजा के साथ की गई। इसके बाद उपस्थित छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.आर.पी. सिंह ने छात्र छात्राओं को अच्छा व अनुशासित बनने के लिए प्रेरित किया। डॉक्टर सिंह ने कहा कि वसंत पंचमी एक ऐसा पर्व है जिसका इशारा प्रकृति स्वयं मनुष्य को देती है। इस दिन शरद ऋतु विदा लेती है और ग्रीष्म का आगमन होता है। उन्होंने कहा कि वसंत पंचमी विद्या, बुद्धि, ज्ञान, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती का दिन है। उन्होंने कहा कि धर्म-अध्यात्म, सभ्यता-संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान, कला-साहित्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में चिंतन और साधना से मानव ने जो स्थान हासिल किया है। उसके लिए ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करने का आयोजन है सरस्वती पूजा। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा में पर्व एवं त्योहार हर्षोल्लास एवं राष्ट्रीयता को सुदृढ़ करने के प्रेरणास्पद अवसर है।
इस अवसर पर केंद्रीय पुस्तकालय के प्रभारी डॉ. सीमा सोनकर ने कहा कि वसंत पंचमी का पर्व हमारी संस्कृति के गौरव एवं समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वसंतोत्सव प्रकृति के उल्लास का पर्व है पूरे देश में वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सी. एल. मौर्या, आईसीएआर के नोडल अधिकारी डॉ मनीष गंगवार सहित सभी अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे।