कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी प्रयोग प्रक्षेत्र पर वे टू प्रोसीजर एग्रीकल्चर के अंतर्गत गुरुवार को ड्रोन के प्रयोग का सजीव प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने ड्रोन को हरी झंडी दिखाई। किसानों की आय एवं उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए ड्रोन द्वारा प्रक्षेत्र पर नैनो यूरिया खाद के छिड़काव के सजीव प्रदर्शन का शुभारंभ मंत्री द्वारा किया गया।
इस अवसर पर ड्रोन के विशेषज्ञों द्वारा कृषि मंत्री को ड्रोन की तकनीक एवं उसके प्रयोग में ली जाने वाली सावधानियों तथा उपयोगिता के संबंध में विस्तार से बताया गया। ड्रोन के माध्यम से 8 घंटे में 30 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि रक्षा रसायनों एवं उर्वरकों का छिड़काव करके कम रसायन से अधिक क्षेत्रफल में छिड़काव व लागत में कमी लाते हुए आय में वृद्धि की जा सकेगी। इस नई तकनीक के प्रयोग से सब्जियों फलों एवं उद्यानिकी फसलों में भी 10 मीटर की ऊंचाई तक फसलों में लगने वाले कीट रोगों के नियंत्रण में सुगमता प्राप्त होगी।
इस अवसर पर मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि उत्तर प्रदेश में शीघ्र 104 ड्रोन लिए जाएंगे। जिसमें से 4 ड्रोन कृषि विश्वविद्यालयों को एवं 10 ड्रोन कृषि विज्ञान केंद्रों को दिए जाएंगे। जिससे किसानों के प्रक्षेत्रों पर अधिक से अधिक ड्रोन का प्रयोग किया जा सके और किसान लाभान्वित होंगे। कृषि मंत्री ने प्रक्षेत्र पर पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित पशुपालन विभाग के प्रक्षेत्र का भी दौरा किया। निदेशक प्रसार / समन्वयक डॉ. ए.के. सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
संपत्ति, निदेशक शोध डॉ. करम हुसैन, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर धर्मराज सिंह, उप कृषि निदेशक चौधरी अरुण कुमार व संपत्ति एवं प्रशासनिक अधिकारी मानवेंद्र सिंह, कुलसचिव डॉक्टर सी.एल. मौर्य, डॉ. मुनीश कुमार और उप निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ. महक सिंह एवं मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान सहित विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य, अधिकारी एवं वैज्ञानिक तथा कृषि विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।