नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘रोजगार मेला’ का शुभारंभ किया। इसके तहत पहले चरण में चयनित 75,226 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए। इस भर्ती अभियान में कुल 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की युवा शक्ति के लिए महत्वपूर्ण दिन हैं। बीते 8 वर्षों में देश में रोजगार और स्वरोजगार का जो अभियान चल रहा है आज उसमें एक और कड़ी जुड़ी रही है ये कड़ी रोजगार मेले की है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज भारत दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। 7-8 साल के भीतर हमने 10वें से 5वें नंबर तक की छलांग लगाई है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है, क्योंकि बीते 8 वर्षों में हमने देश की अर्थव्यवस्था की उन कमियों को दूर किया है, जो रुकावट पैदा करती थीं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए हम आत्मनिर्भर भारत के रास्ते पर चल रहे हैं। आज अगर केंद्र सरकार के विभागों में इतनी तत्परता आई है, इसके पीछे 7-8 साल की कड़ी मेहनत है, कर्मयोगियों का विराट संकल्प है। अगले डेढ़ साल, यानी दिसंबर 2023 तक 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का टारगेट है। सभी भर्तियां UPSC, SSC, रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) और दूसरी केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से की जाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा, स्टार्टअप इंडिया अभियान ने तो देश के युवाओं के सामर्थ्य को पूरी दुनिया में स्थापित कर दिया है। साल 2014 तक जहां देश में कुल 100 ही स्टार्टअप थे, आज ये संख्या 80,000 से अधिक हो चुकी है। रोजगार के कई नए अवसर बन रहे हैं। आज गाड़ियों से लेकर मेट्रो कोच, ट्रेन के डिब्बे, डिफेंस के साजो-सामान तक अनेक सेक्टर में निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। ये तभी हो रहा है क्योंकि भारत में फैक्ट्रियां बढ़ रही हैं और साथ ही काम करने वालों की संख्या बढ़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, आज हमारा सबसे अधिक बल युवाओं के कौशल विकास पर है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत देश के उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से युवाओं को ट्रेनिंग देने की एक बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। ‘बीते वर्षों में सेल्फ हेल्प ग्रुप से 8 करोड़ महिलाएं जुड़ी हैं जिन्हें भारत सरकार आर्थिक मदद दे रही हैं। ये करोड़ों महिलाएं अब अपने बनाए उत्पाद देशभर में बिक्री कर रही हैं, अपनी आय बढ़ा रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, आने वाले महीनों में इसी तरह लाखों युवाओं को भारत सरकार की ओर से समय-समय पर नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। आज अगर केंद्र सरकार के विभागों में इतनी तत्परता आई है, इसके पीछे 7-8 साल की कड़ी मेहनत है। कर्मयोगियों का विराट संकल्प है।