मथुरा। समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मथुरा में शुक्रवार को धार्मिक स्थलों के दर्शन किए। शुक्रवार की सुबह अखिलेश जैत स्थित कुंड पहुंचे। इसके बाद गोवर्धन के दानघाटी मंदिर पहुंच कर गिरिराज महाराज की पूजा अर्चना की। गोवर्धन से अखिलेश बरसाना स्थित राधारानी मंदिर पहुंचे। बरसाना पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने श्रीजी के दर्शन कर मनौती मांगी। सेवायतों ने पूजा-अर्चना कराई। पत्रकार वार्ता के दौरान मोदी, योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि गरीब, मजदूर, किसान सब परेशान हैं। योगी सरकार सपा द्वारा शुरू किए गए कार्यों को चार साल में भी पूरा नहीं करा सकी है।
सपा अध्यक्ष जब मंदिर प्रांगण से बरसाना को निहार रहे थे। तब मंदिर के मुख्य गेट पर खड़े भक्तों ने अखिलेश को देखते ही मोदी-मोदी के नारे लगाए, जवाब में सपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश जिंदाबाद के नारे लगाए। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विरक्त संत विनोद बाबा से उनकी कुटिया में पहुंच कर आशीर्वाद लिया। यहां प्रसाद ग्रहण किया और बाजना के लिए निकल गए।
बाजना में किसान महापंचायत को किया संबोधित
बाजना स्थित मोरकी इंटर कॉलेज मैदान में किसान महापंचायत को संबोधित किया। उनके साथ मंच पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी मौजूद रहे। किसान महापंचायत के मंच से दोनों नेताओं ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। किसानों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि किसान आंदोलन से कोई घबराया हो या नहीं, लेकिन भाजपा जरूर घबरा रही है। जिस तरह से आप लड़ाई लड़ रहे हैं, भाजपा को पता चल गया है कि अब किसान नहीं रुकने वाला है। उन्होंने कहा कि जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे, यह लड़ाई चलती रहेगी। अखिलेश ने कहा कि महापंचायत में मुझे लाठी भेंट की गई है। हम और जयंत यह जानते हैं कि लाठी कहां पर चलानी है।
सपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा की सरकार ने नोटबंदी की थी, उससे क्या कालाधन वापस आया। जीएसटी कानून लागू किया। इससे कौन सा कारोबार बढ़ गया? वैश्विक महामारी ने जनता ने उस पर भरोसा किया। लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाया, लेकिन भाजपा की सरकार ने अपनी आंखों और कान बंद कर रखे हैं। किसानों का दर्द सुनाई नहीं दे रहा। क्या किसानों की आय दोगुनी हुई है? इस सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी हैं