कानपुर। घाटमपुर के मदरसा इस्लामिया के छात्र मो. कैफ खान ने मदरसा शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की मौलवी (सेकेंडरी अरबी) की परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। मुंशी (सेकेंडरी फारसीम) की परीक्षा में घाटमपुर के मदरसा इस्लामियां निस्वां की छात्रा मंतशा ने प्रदेश में 9वां स्थान प्राप्त किया।
शहर का रिजल्ट 90.52 प्रतिशत रहा। मदरसा इस्लामिया घाटमपुर के प्राचार्य इंतिजार अहमद ने बताया कि कैफ शेखनपुर, औरैया के निवासी हैं और छात्रावास में रहते हैं। मंतशा घाटमपुर की ही निवासी हैं। मो. कैफ के पिता फारुख खान किसान हैं। उन्होंने बताया कि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर आइएएस बनने की ख्वाहिश रखते हैं। उनके 600 में 536 अंक आए हैं। इनमें थियोलॉजी सुन्नी में 87, अरबी लिटरेचर में 91, उर्दू लिटरेचर में 91, जनरल इंग्लिश में 86, जनरल ङ्क्षहदी में 92, लॉजिक व फिलॉसफी में 89 अंक प्राप्त किए हैं। वहीं मंतशा ने सेकेंडरी की फारसी ब्रांच में 600 में 519 अंक पाए हैं। थियोलॉजी सुन्नी में 83, पर्शियन लिटरेचर में 89, उर्दू लिटरेचर में 83, जनरल इंग्लिश में 80, जनरल हिंदी में 95, होम साइंस में 89 अंक मिले हैं।
कामिल की परीक्षा में कन्नौज के पांच छात्र और फाजिल की परीक्षा में दो छात्र टॉपर सूची में हैं।इसके अलावा फर्रुखाबाद के चार छात्र फाजिल की टॉपर सूची में हैं। कानपुर देहात के 48 और नगर के 44 छात्र-छात्राओं ने जिले की मेरिट में स्थान पाया है। कामिल परीक्षा में नगर के 12 छात्र हैं। फाजिल में 10, सेकेंडरी में 11 और सीनियर सेकेंडरी में 11 छात्र हैं।
उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण डॉ. प्रियंका अवस्थी ने बताया कि कुल 4040 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए। इनमें 3657 छात्र-छात्राएं पास हो गईं। सिर्फ 383 छात्र-छात्राएं असफल हुईं। मैनेजर्स मदरसा वेलफेयर एसोसिएशन के प्रवक्ता हाफिज सगीर आलम हबीबी ने छात्रों को बधाई दी है।
मेधावियों को किया जाएगा सम्मानित
शिक्षणेत्तर कर्मचारी एसोसिएशन मदारिस-ए-अरबिया की बुधवार शाम तलाक महल में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि टॉप करने वाले मेधावियों को सम्मानित किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता संगठन के प्रांतीय महामंत्री खुर्शीद आलम ने की। जिलाध्यक्ष मो. सगीर आलम हबीबी ने बताया कि सम्मानित होने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार दिया जाएगा। बैठक में अब्दुल अहद, रिजवान अहमद, मो. कलीम, इंतजार अहमद आदि मौजूद रहे।