मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को जयंत चौधरी के संग मुजफ्फरनगर पहुंचे। खुद को किसान का बेटा बताते हुए उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार चौधरी चरण सिंह, अजीत सिंह और मुलायम सिंह यादव की विरासत को आगे बढ़ाएगी। अखिलेश यादव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी किसानों को मजबूत करने के लिए जो रास्ता दिखाया था। हम उसी पर चल रहे हैं। आंकड़ों से खिलवाड़ करने वाली भाजपा को तो जनता नकार देगी यह तय है। चौधरी चरण सिंह, बाबा टिकैत, अजीत सिंह और नेता जी ने सरकारों को जगाने का काम किया। हम और जयंत उनकी परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि यह चुनाव नौजवानों और भविष्य का है। इस दौरान अखिलेश यादव ने जेब से निकालकर एक ‘लाल पोटली’ दिखाई और कहा कि इसमें अन्न है और इसलिए इसे जेब में लेकर घूम रहे हैं।
राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी के साथ यहां पर सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने मीडिया को संबोधित किया और सपा गठबंधन की सरकार बनने का भरोसा भी जताया। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि हमारा इरादा पक्का है। हम तो चौधरी चरण सिंह की नीतियों को आगे बढ़ाएंगे। अखिलेश यादव ने विलंब के लिए क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने रोकने का प्रयास किया। इस कारण कई घंटे मुझे हेलीकॉप्टर में बैठे रहने पड़ा।
अखिलेश यादव ने कहा, ‘हमने कहा है कि है बिजली मुफ्त होगी, सिंचाई की व्यवस्था होगी। गन्ने की भुगतान के लिए किसानों को 15 दिन भी इंतजार नहीं करना पड़ेगा, इसके लिए बजट में व्यवस्था की जाएगी।’ मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट क्यों नहीं दिया गया? इसके जवाब में सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘गंगा जमुनी तहजीब है, हम नकारात्मक राजनीति को खत्म कर रहे हैं। सवाल यह नहीं कि किसे टिकट मिला किसे नहीं, हम किसानों के लिए लगातार संघर्ष करेंगे।’ पलायन और मुजफ्फरनगर दंगों का मुद्दा उठाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी भी पुराने ही मुद्दे उठा रही है। उनके नेता पुराने ही सवाल उठा रहे हैं। उन्हें रोजगार के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी सरकार बनने पर पुरानी पेंशन बहाल होगी। वित्त विभाग के सेवानिवृत्त विशेषज्ञों की राय के बाद यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही एम्बुलेंस और बढ़ाई जाएंगी। डायल 100 में और गाडिय़ों को और अत्याधुनिक बनाने के साथ उनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर खाद मिले। इसका इंतजाम किया जाएगा। इसके साथ ही अगर कहीं से यूनिवर्सिटी या कालेज का कोई प्रस्ताव आएगा तो उसमें मदद की जाएगी। अस्पताल या मेडिकल कालेज की बात तो एम्स के लिए प्रस्ताव भेजना पड़ा तो हम भेजेंगे।