नई दिल्ली। देशभर में फैले कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन किया हुआ है। ऐसे में किसी को भी घर से निकलने की इजाजत नहीं हैं। जो जहां है वहीं फंस हुआ है। लेकिन वक्त के बीतने के साथ ही लोगों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। घर से दूर फंसे लोग अब कैसे भी आने घर पहुंचना चाहते हैं।
ऐसे में संभावनाए भी ढ़ूंढ़ी जा रही है कि कैसे लॉक डाउन में ही जगह-जगह फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाई जाए। इसके लिए सबसे बड़ा माध्यम है रेलवे। बता दें कि आज पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना पर चर्चा होनी है। अगर राज्यों द्वारा ऐसी मांग की जाती है तो केंद्र इसपर विचार कर सकता है।
रेलवे के सूत्रों ने बताया कि अगर सरकार की ओर से स्वीकृति मिलती है तो ट्रेन चलाई जा सकती है। ट्रेन एक स्टेशन से चलेगी और और अपने गंतव्य स्थान पर ही रुकेगी। बीच में किसी भी स्टेशन पर ट्रेन नहीं रुकेगी। साथ ही यात्रियों से कोई किराया भी नहीं लिया जाएगा।
स्पेशल ट्रेन के साथ एक आइसोलेटेड कोच भी चलेगी। जिसमें डॉक्टरों की टीम रहेगी। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल अभी किसी तरह की ट्रेन चलाने की योजना नहीं है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे की तैयारी हर समय रहती है। ट्रेन चलाने के लिए सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हरी झंडी मिलनी चाहिए। फिलहाल कोई निर्णय नहीं है। जब भी ट्रेन चलेगी पहले नोटिस जारी की जाएगी। कोविड-19 की वजह से एक विभाग निर्णय नहीं ले सकता है।