कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, थरियांव द्वारा मॉडल गांव हेतु गोद लिए गए गांव धमौली में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा धनतेरस एवं दीपावली के अवसर पर मॉडल गांव के चहुमुखी विकास हेतु ग्राम वासियों के साथ मिलकर 101 दीपक जलाकर पांच संकल्प लिए गए। कृषि वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि पहला संकल्प हर घर के कोने-कोने, गली एवं मोहल्ले में साफ-सफाई रखने हेतु संकल्प लिया गया। इसके साथ यह भी संकल्प लिया गया कि गांव का हर खेत स्वस्थ एवं उपजाऊ बने। जिससे खेतों की उत्पादकता बढ़ेगी और गांव में खुशहाली आएगी। डॉ सिंह ने बताया कि इसके साथ ही गांव के हर घर का बच्चा शिक्षित बने जिससे वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के साथ मिलकर यह भी संकल्प लिया गया कि मॉडल गांव कुपोषण, बेरोजगारी एवं पलायन मुक्त हो। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि गांव के प्रत्येक किसान की आय दोगुनी हो जैसे पांच संकल्प लिए गए। गृह वैज्ञानिक डॉक्टर साधना वैश ने बताया कि माडल गांव के लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांवों में कृषि वैज्ञानिक निरंतर जागरूकता कार्यक्रम चला कर अपने अनुभवों से ग्राम वासियों को लाभ पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से ग्रामीणों व वैज्ञानिकों द्वारा लिए गए संकल्प सफल होंगे। भविष्य में वे कृषि आधारित उद्योग अपनाकर आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बन सकेंगे।