डॉ. रश्मि गौतम
वर्तमान में पत्रकारिता अपने मूल्य कर्त्तव्यों के साथ समाज के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा हो रही है जैसे सामाजिक विकास और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करते हैं. प्रमुख समाचार पत्रों में सांस्कृतिक मूल्यों को महत्त्व दिया जा रहा है. यही कारण है कि इस समय पत्रकारिता के क्षेत्र में सामाजिक सुरक्षा, उत्थान और विकास की पत्रकारों के प्रमुख विषय होते हैं. पत्रकारिता का मूल्य मंत्र में सर्वोपरि स्थान मानव के हित की बात करना रहा है . यही कारण है कि मीडिया को समाज का दर्पण कहे जाने के साथ साथ मीडिया को समाज का हितकारी भी माना जाता है ऐसी स्थिति में मीडिया अपने मुख्य उद्देश्यों से हटकर कार्य कर रही है. मीडिया के बदलते परिवेश में वैश्वीकरण का प्रभाव दिखायी दे रहा है यही कारण है कि पत्रकारिता के प्रमुख लक्ष्यों से हटकर लिखा रहा है. विकास जैसे प्रमुख विषय को नजरअंदाज मीडिया के द्वारा लगातार किया जा रहा है. कहीं ना कहीं तकनीकि प्रभाव ने पत्रकारिता के कलेवर को बदलने में योगदान किया है जिसका प्रभाव पूरे समाज पर देखने को मिल रहा है. मीडिया सत्ता को तख्तों ताज भी दिला सकती है वहीं दूसरी ओर उसको पल भर में प्रसिद्ध के उच्च स्तरीय मुक़ाम पर पहुंचा सकती है। मीडिया का महत्वपूर्ण कार्य होता है सामाजिक न्याय एवं विकास. ऐसी स्थिति में मीडिया की समाज के प्रति जिम्मेदारी अपेक्षाकृत अधिक होती है।