प्रयागराज। 45 दिनों तक दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 2025 बुधवार को अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के साथ संपन्न हो गया। 13 जनवरी से शुरू हुए इस धार्मिक मेले में देश-विदेश से 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। संगम मेला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को 1.53 करोड़ से अधिक भक्तों ने डुबकी लगाई। 13 जनवरी से अब तक स्नान करने वालों की संख्या 66.30 करोड़ पहुंच गई है।
13 अखाड़ों ने लगाई संगम में डुबकी
महाकुंभ 2025 में सभी 13 अखाड़ों ने तीन प्रमुख पर्वों मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर अमृत स्नान किया। मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ की घटना के बाद भी अखाड़ों के साधु संतों ने अमृत स्नान किया और बसंत पंचमी स्नान के साथ वे मेला से विदा हुए।
कई हस्तियों ने भी लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ 2025 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, फिल्मी सितारों और खेल जगत, उद्योग जगत की हस्तियों तक ने संगम में डुबकी लगाई।
विदेशियों ने भी किया स्नान
महाकुंभ में आने वाले देश के खास लोगों के अलावा कई विशिष्ट विदेशी मेहमान भी शामिल हुए। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने भी कुंभ में आकर स्नान किया। इसके अलावा एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल, ब्रिटेन के रॉक बैंड कोल्डप्ले के क्रिस मार्टिन समेत कई और जाने माने लोगों ने कुंभ में स्नान किया।
भगदड़ के बाद भी जारी रही आस्था की डुबकी
महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या को हुई भगदड़ की घटना से इसकी छवि थोड़ी धूमिल होने के बावजूद कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती रही। इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी।
कई मुद्दों के लेकर हुआ विवाद
कुंभ मेला 2025 कई विवादों को लेकर भी चर्चा में रहा। इसमें बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का महामंडलेश्वर बनना और उनको लेकर विवाद खड़ा होना शामिल है। इसके अलावा गंगा जल की शुद्धता को लेकर राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट और फिर उस पर सरकार के हवाले से कई वैज्ञानिकों की ओर से गंगा जल की शुद्धता की पुष्टि करना भी चर्चा में रहा।