कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं अंतर विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र, बेंगलुरु के संयुक्त तत्वाधान में कैलाश भवन के प्रेक्षागृह में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर स्वास्थ्य एवं कल्याण वर्धन हेतु दो दिवसीय जागरूकता और संवेदीकरण कार्यक्रम पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत ने पूरे विश्व को योग सिखाया है। योग करने से लाभ ही लाभ है योग करेंगे तो स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने उपस्थित लोगों से आवाहन किया है कि प्रतिदिन 30 मिनट योग अवश्य करें और अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। उन्होंने बताया कि योग हमेशा से भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक प्रथाओं के सर्वोत्तम रूपों में से एक है। तनाव मुक्त रखने में हमारी मदद करता है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।
अपने संबोधन में विशिष्ट अतिथि योग गुरु डॉ. रविंद्र पोरवाल ने कहा कि अगर सही विधा से यौगिक आसनों का प्रयोग करें तो निश्चित रूप से निरोगी काया रहेगी। उन्होंने कहा कि योग प्राचीन विज्ञान है जो मन और शरीर के बीच समन्वय को बनाता है और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है। इस अवसर पर डॉ. प्रवीण कटियार चीफ प्रॉक्टर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर ने कहा कि हमारे शरीर की संरचना जटिल है। इसलिए प्रत्येक तत्व को सुचारू रूप से कार्यान्वित रखने के लिए अच्छे खानपान के साथ योग करने से शरीर निरोगी रहता है। इस अवसर पर अश्व चालन आसन करके भी सिखाया गया।
कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ. सी.एल. मौर्य ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर संजीव सचान ने किया। इस अवसर पर डॉ. पी. के. उपाध्याय, डॉक्टर आर. पी. सिंह, मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान, डॉ. सर्वेश कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं संकाय सदस्य तथा एनसीसी व विश्वविद्यालय के लगभग 700 छात्राएं उपस्थित रहे।