कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के डीन फैकल्टी हाल में गुरुवार को ‘उच्च घनत्व रोपण: चुनौतियां और संभावनाएं’ विषय पर एक दिवसीय उद्यान महाविद्यालय एवं वानिकी महाविद्यालय के छात्र छात्राओं हेतु विशिष्ट व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के द्वारा आयोजित किया गया। विशिष्ट व्याख्यान तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय कोयंबटूर के पूर्व कुलपति एवं प्रख्यात उद्यानविद डॉक्टर एन. कुमार ने कहा कि उच्च घनत्व रोपण विधि अपनाकर पौधों की संख्या में 4 से 5 गुना तक वृद्धि की जा सकती है तथा इस विधि द्वारा रोपे गए पौधों से 3 वर्ष के अंदर ही पुष्पन प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भूमि पर बढ़ता दबाव और औसत भूमि जोत में कमी कम घनत्व वाली रोपण प्रणाली से उच्च घनत्व रोपण प्रणाली में स्थानांतरण विशेष रूप से बागवानी में समय की आवश्यकता बन गई है। उन्होंने बताया कि उच्च घनत्व रोपड़ से अधिक एवं गुणवत्ता परक उपज प्राप्त होती है जो कि अर्थव्यवस्था सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने इस तकनीकी को किसानों के मध्य प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे किसान स्वावलंबी होकर आत्मनिर्भर बन सकेंगे।कार्यक्रम में 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. पी. के. सिंह ने किया।जबकि कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. मुनीष कुमार द्वारा किया गया। अंत में अतिथियों को धन्यवाद डॉक्टर धर्मराज सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉक्टर करम हुसैन, डॉक्टर पी. के. उपाध्याय, डॉ. वी.के. त्रिपाठी, डॉ. डी.पी. सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।