कानपुर। विश्व का सबसे बड़ा राजयोग और ध्यान आउट रीच कार्यक्रम एकात्म अभियान देश के 8 राज्यों के 125000 गांवों में संचालित किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए कानपुर जोनल समन्वयक शालिनी श्रीवास्तव जोनल ने बताया है कि इसे सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार , उत्तर प्रदेश सरकार एवं जनपदों व मंडलों के हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है।
यह भी बताया कि हार्टफुलनेस की कानपुर की शाखा ने कानपुर जनपद के समस्त ब्लाकों को क्रमशः पूर्ण रूप से हार्टफुलनेस ध्यान पद्धति से परिचित कराने का अभियान चलाया है । इस अभियान के माध्यम से हर दिल ध्यान, हर घर ध्यान की अवधारणा को पूरा किया जा रहा है ।
शालिनी श्रीवास्तव ने आगे बताया कि इस अभियान के अंतर्गत कृषि की उन्नत तकनीक एवं मानसिक विकास के लिए मानसिक व्यायाम से परिचित कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत सरसौल ब्लॉक के समस्त 107 गांवों हार्टफुलनेस की 20 टीम बनकर आच्छादित किया गया । इस कार्य में 100 से अधिक स्वयं सेवकों ने सहयोग किया।
एक मार्च तक एकात्म अभियान कल्याणपुर विकासखंड चलाया जा रहा है। यहां के 79 गांवों को एकात्म अभियान से कवर किया जाएगा।विदित हो कि हार्टफुलनेस के अंतर्गत हृदय में ध्यान का अभ्यास भी कराया जाता है। हार्टफुलनेस के अंतराष्ट्रीय गाइड कमलेश डी. पटेल (दाजी) चाहते हैं कि देश के कोने कोने में अध्यात्म पहुंचे। संपूर्ण मानवता के लिए आध्यात्मिक ध्यान अत्यंत लाभदायक है। योग और ध्यान का नियमित अभ्यास हमारे सर्वांगीण विकास में मदद करता है। हार्टफुलनेस ध्यान को गहनता से समझने के लिए वेबसाइट देखी जा सकती है। हार्टफुलनेस ध्यान में हृदय में ईश्वरीय प्रकाश (डिवाइन लाइट) नूर की उपस्थिति की परिकल्पना कर ध्यान किया जाता है। विश्व के 160 देशों में सभी धर्मों को मानने वाले लोग हार्टफुलनेस का ध्यान करते हैं।