कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को विश्वविद्यालय के सभी विभागों/अनुभागों/निदेशालय एवं कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों/शिक्षकों /अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा बीज संवर्धन प्रक्षेत्र दलीप नगर स्थित बोझा प्रक्षेत्र पर वृहद वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने स्वयं वृक्षारोपण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कृषि राज्य मंत्री जी ने अपने संबोधन में कहा कि वृक्षारोपण का उद्देश्य विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्र के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र को हरा-भरा व स्वच्छ रखना है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा 60 हजार वृक्ष लगाकर समाज को संदेश दिया है कि वातावरण को संरक्षित कर अपने दायित्वों का निर्वहन करें। इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्थित चारों कृषि विश्वविद्यालय में सबसे बड़ा 118 हेक्टेयर का क्षेत्रफल सीएसए कानपुर के पास है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 30 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 60 हजार वृक्ष अकेले कानपुर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा लगाए जा रहे हैं जिस के लिए मैं कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह को साधुवाद देता हूं। उन्होंने उपस्थित किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों की मेड़ों व खाली स्थानों पर वृक्ष अवश्य लगाएं। साथ ही मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने किसानों को प्राकृतिक खेती करने की सलाह दी। जिससे कम लागत में गुणवत्ता परक उत्पाद व आय प्राप्त हो। यहां उपस्थित कृषि वैज्ञानिकों से कहा कि आप ग्राम पंचायत स्तर पर किसानों को प्राकृतिक खेती हेतु प्रशिक्षित करें। उत्तर प्रदेश में इस वर्ष 625 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन हुआ है, जो पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं राज्यपाल/ कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर पर्यावरण सुधारने के लिए वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाएं जा रहे हैं। इसी के तत्क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा 60 से भी अधिक पौधे रोपित किए जा रहे है। कुलपति ने कहा कि गत वर्ष 14 हजार विश्वविद्यालय द्वारा पौधे रोपे गए थे, जिसमें 55 से 85% पौधे जीवित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के प्रत्येक अधिकारी/वैज्ञानिक एवं कर्मचारी द्वारा पौधे रोपित किए जाएंगे। डॉक्टर सिंह ने कहा प्रदेश में पहली बार विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रो पर प्राकृतिक खेती के परीक्षण शुरू हो गए हैं। जिनके परिणाम काफी उत्साहवर्धक आ रहे हैं। कुलपति ने उपस्थित जिला वन अधिकारी अरविंद कुमार यादव को विश्वविद्यालय के सहयोग हेतु धन्यवाद दिया। ज्ञातव्य हो कि वन विभाग एवं विश्वविद्यालय द्वारा एमओयू हुआ है जिसके तहत वन विभाग वृक्षारोपण के बाद 3 वर्षों तक पौधों की रखवाली, सिंचाई आदि कार्य करेगा। तत्पश्चात विश्वविद्यालय को हस्तांतरित करेगा। कार्यक्रम में आए विशिष्ट अतिथि क्षेत्र के विधायक भगवती सागर ने विश्वविद्यालय द्वारा कराए जा रहे वृक्षारोपण एवं कृषक हितेषी शोध एवं प्रसार कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत निदेशक प्रसार/समन्वयक डॉ. ए.के. सिंह ने किया। जबकि कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को धन्यवाद डॉ. सी. पी. सचान ने दिया। इस अवसर पर समाजसेवी श्रीराम, निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ. राम आशीष यादव, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर धर्मराज सिंह, अधिष्ठाता ग्रह विज्ञान डॉक्टर वेदरतन, डॉ. अशोक कुमार सहित विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष, कर्मचारी एवं वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।