कानपुर देहात। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर कानपुर द्वारा ग्राम आराजी बिछिया पुर, ब्लॉक संदलपुर जनपद कानपुर देहात में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत वैज्ञानिक विधि से सब्जी फसल उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रगतिशील किसान मानसिंह के प्रक्षेत्र पर संपन्न हुई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मृदा वैज्ञानिक डॉ. खलील खान ने बताया की सब्जी उत्पादन के लिए बताया कि बलुवर दोमट मिट्टी सब्जी उत्पादन हेतु उत्तम रहती है तथा मिट्टी में जीवांश कार्बन की मात्रा पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए। उन्होंने किसानों को सलाह दी की सब्जी फसलों में रासायनिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों का कम से कम प्रयोग करें। जिससे मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव न हो। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित महिलाओं से कहा कि किचन गार्डन बनाकर वैज्ञानिक तरीके से सब्जियों की फसलें उगाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं घर का कामकाज करने के साथ-साथ अपने घर की छतों पर मिर्च, टमाटर, बैंगन आदि की खेती कर सकती हैं तथा सब्जी उत्पादन का कार्य सफलतापूर्वक किया जा सकता है।
प्रसार वैज्ञानिक डॉ. विनोद प्रकाश ने कहा कि सब्जियों के परिरक्षण तथा मूल्य संवर्धन कर अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से सब्जी उत्पादन कर निश्चित तौर पर वे समृद्धि हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र, दिलीपनगर लगातार किसानों को प्रशिक्षित कर रहा है। उन्होंने किसानों को प्लास्टिक मल्चिंग, पॉलीटनल विधि से सब्जी पौध तैयार करने की विधि भी बताई और कहा कि निश्चित तौर पर उनकी आमदनी दोगुनी हो सकती है।
डॉ. अरुण कुमार सिंह ने टमाटर, मिर्च, बैंगन, प्याज आदि वैज्ञानिक पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों से कहा कि अगर सामूहिक रूप से सब्जी की फसल उत्पादित की जाए तो निश्चित तौर पर उनकी आय में वृद्धि होगी और उनके फसलों का नुकसान भी कम होगा। कार्यक्रम में किसानों का पंजीकरण शरद सिंह ने किय। इस अवसर पर डॉक्टर सुशील कुमार यादव ने कार्यक्रम की विस्तार से रूपरेखा रखी। इस अवसर पर गांव के प्रगतिशील किसान मानसिंह, राजनारायण, रामस्वरूप, रामपाल सिंह, राम सिंह एवं राम कुमार सहित 40 से अधिक किसानों उपस्थित रहे।