कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मुख्य परिसर में एक विशाल पर्यावरण संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने की। जबकि इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय समन्वयक राकेश जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि पृथ्वी पर स्वच्छ पर्यावरण के लिए 30% पेड़ पौधों का होना जरूरी है। जबकि वर्तमान में 18% ही पेड़ पौधे हैं उन्होंने कहा कि लोगों को वायु, जल, मृदा और पेड़ पौधों जैसे प्राकृतिक पर्यावरण संसाधनों की रक्षा करने की नितांत आवश्यकता है। यह सब प्रकृति संपदा है जिस पर मनुष्य का जीवन निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में पर्यावरण ने नीति निर्माताओं, वैज्ञानिकों और विश्व के अनेक देशों में आम आदमी का ध्यान आकर्षित किया है। आम जनमानस अकाल, सूखा, चारा, वायु और जल प्रदूषण, रासायनिको के विकिरण की भयावह समस्या, प्राकृतिक संसाधनों, वन्य जीवन का लुप्त होना एवं वनस्पति तथा जीव जंतुओं को खतरे जैसे मुद्दों के प्रति सजग हो रहे हैं।
मुख्य अतिथि ने कहा कि पर्यावरणीय समस्याओं को हल नहीं किया गया तो पृथ्वी भावी पीढ़ी के रहने योग्य नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि इस सच्चाई से इनकार नहीं किया जा सकता कि भविष्य को संभव बनाने के लिए पर्यावरण की रक्षा एवं इसका बचाव अनिवार्य है इसलिए छात्र छात्राएं शिक्षक एवं आम जनमानस अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं। जिससे पर्यावरण का संतुलन बनाए रखा जा सके। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डी.आर. सिंह ने कहा कि पर्यावरण रक्षा के लिए कई नियम भी बनाए गए हैं जैसे खुले में कचरा नहीं जलाना।उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय नियमों का दिल से सम्मान करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण सुरक्षा से बढ़कर कोई पूज्यनीय कार्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रकृति का सम्मान ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा होगी। कुलपति ने कहा कि भगवान की बनाई इस दुनिया की हवा, पानी, जंगल, जमीन प्रदूषित होने से बचाएं।
तकनीकी सत्र में तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा के डॉ मनीष बिंदल ने कृषि में सतत तकनीकी प्रयोग विषय पर विस्तार से जानकारी दी। जबकि महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय सतना से आए डॉ उमेश शुक्ला ने हरा परिषर विषय पर जानकारी दी। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में वृक्षारोपण भी किए गए। उद्घाटन सत्र के दौरान कार्यक्रम संयोजक डॉ धर्मराज सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ एच् जी प्रकाश डॉक्टर धूम सिंह एवं डॉक्टर आरपी सिंह सहित अन्य संकाय सदस्यों ने भी अपने अपने विचार रखे।अतिथियों का स्वागत डॉक्टर धर्मराज सिंह ने किया। अंत में धन्यवाद प्रस्ताव अधिष्ठाता ग्रह विज्ञान डॉ वेदरतन ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ सीपी सचान ने किया। अंत में मिट्टी के बर्तनों की प्रदर्शनी का भी अतिथियों द्वारा अवलोकन किया गया।