लखनऊ। इन दिनों निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा की पहली वेब सीरीज आश्रम की धूम मची हुई है। एम एक्स प्लेयर प्लेटफार्म पर रिलीज हुई इस वेब सीरिज़ को 200 मिलियन से अधिक बार स्क्रीन किया जा चुका है, यानी 30 करोड़ से अधिक लोग इसको देख चुके हैं। आश्रम न सिर्फ प्रकाश झा के लिए, बल्कि बॉबी देओल के लिए भी बेहद खास है। आश्रम के पहले सीजन में बाबा निराला के किरदार में उन्होंने जान डाल दी है। बड़ी नशीली आंखों के साथ ही होंठो पर हल्की मुस्कान लिए बॉबी ने बाबा निराला का किरदार बारीकी और बखूबी से निभाया है। पम्मी के किरदार में अदिति पोहानकर बेहद जबरदस्त लगी हैं। पम्मी के भाई के रूप में तुषार पांडे का काम काफी अच्छा है। दर्शन कुमार ने एएसआई उजागर सिंह के रूप में उन्होंने आश्रम में जान डाल दी है। इस वेब सीरीज में बाबा निराला के बाद जिस एक एक्टर पर सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, वो है चंदन रॉय सान्याल। बाबा निराला के दाहिने हाथ भोपा की भूमिका में चंदन ने शानदार भूमिका निभाई है। डॉक्टर नताशा के रूप में अनुप्रिया गोयनका और इंस्पेक्टर साधु के रूप में विक्रम कोचर ने भी प्रभावित किया है। बबीता के रूप में त्रिधा चौधरी तो आश्रम सीजन 2 की जान बनने वाली हैं। प्रकाश झा प्रोडक्शन की पहली वेब सीरीज़ आश्रम की खास बात यह है कि इसमें लखनऊ के कलाकारों डॉक्टर अनिल रस्तोगी, अजय सिंह, अजहर अली, संदीप यादव, संजय वर्मा, इकराम खान आदि ने भी अपने अभिनय से प्रभावित किया है।
लखनऊ के अजय सिंह और अजहर अली ने भी निभाई शानदार भूमिका
प्रकाश झा की इस पहली वेब सिरीज़ आश्रम में लखनऊ के अजय सिंह और अजहर अली ने भी अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है। रेड, फैमिली ऑफ ठाकुर गंज, काग़ज़, जौली एलएलबी2 फिल्मों के साथ रंगबाज, परिवार और मीरा नायर के निर्देशन में अ सूटेबल ब्वाय जैसी वेब सिरीज़ में काम करने के बाद अजय सिंह ने आश्रम में भी शानदार भूमिका निभाई है।
एक ओर जहां अजय सिंह ने अपना अनुभव साक्षा करते हुए कहा कि प्रकाश झा प्रोडक्शन के साथ काम करना बहुत ही सुखद रहा। प्रकाश झा एक अच्छे निर्देशक के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी हैं। अजय ने अभिनेता बॉबी देओल की भी तारीफ करते हुए कहा कि वह एक अच्छे अभिनेता हैं।
वहीँ, रेड, मेरी शादी में ज़रूर आना, बाबर और परिणाम फिल्मों में काम कर चुके अज़हर अली ने भी कहा कि निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा के साथ काम करना एक अच्छा अनुभव रहा।
दर्शक आश्रम के दूसरे सीज़न का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। उम्मीद है कि दूसरे सीज़न में भी बाबा, राजनीति और अपराध के रोमांच का अधिक मज़ा ले पायेंगे।