नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानक निकाय भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने मानकीकरण के क्षेत्र में अपने साझेदार संस्थानों के 500 छात्रों के लिए इंटर्नशिप के अवसरों की घोषणा की है। यह घोषणा हाल ही में आयोजित बीआईएस मानकीकरण अध्यक्षों और एमओयू साझेदार संस्थानों के नोडल संकाय के वार्षिक सम्मेलन में की गई।
यह इंटर्नशिप 4 वर्षीय डिग्री कोर्स, 5 वर्षीय एकीकृत डिग्री कोर्स, स्नातकोत्तर डिग्री और डिप्लोमा कार्यक्रमों में नामांकित छात्रों को दी जाएगी। 8 सप्ताह की इस इंटर्नशिप में दो प्रमुख उद्योगों में पूर्व-मानकीकरण कार्य, बीआईएस कार्यालयों के सहयोग से क्यूसीओ (गुणवत्ता नियंत्रण आदेश) अनुपालन सर्वेक्षण और बड़े पैमाने की इकाइयों, एमएसएमई और प्रयोगशालाओं का दौरा शामिल होगा। छात्र विनिर्माण और परीक्षण प्रक्रियाओं, कच्चे माल, इन-प्रोसेस नियंत्रण और उत्पाद की गुणवत्ता और अनुरूपता मूल्यांकन के अन्य पहलुओं पर विस्तृत अध्ययन करेंगे।
बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि यह साझेदारी शिक्षा जगत में गुणवत्ता और मानकीकरण की संस्कृति को समाहित करने के लिए एक साझा राष्ट्रीय मिशन है। बीआईएस के उप महानिदेशक (मानकीकरण) राजीव शर्मा ने संस्थानों को कार्य-उन्मुख सहयोग को बढ़ावा देने और देश की गुणवत्ता प्रणाली में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया।
सम्मेलन में पाठ्यक्रम एकीकरण, मानक निर्माण, मानक क्लबों के माध्यम से छात्र सहभागिता और अन्य प्रचार गतिविधियों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। एक ओपन हाउस चर्चा में, साझेदार संस्थानों ने अकादमिक सहयोग के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं और अभिनव मॉडलों को साझा किया।
सम्मेलन में 58 साझेदार संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें पांच संस्थानों – आईआईटी रुड़की, एसएसईसी चेन्नई, एनआईटी जालंधर, एसवीसीई चेन्नई और पीएसएनएसीईटी डिंडीगुल को एमओयू के अनुसार बीआईएस से संबंधित गतिविधियों में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।