कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कल्याणपुर स्थित सब्जी अनुभाग के सब्जी उत्कृष्टता केंद्र द्वारा खीरे की आजाद अगेता खीरा नवीन प्रजाति विकसित की गई है। सब्जी अनुभाग कल्याणपुर के अनुभाग अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह ने बताया कि कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व के परिणाम स्वरूप सब्जी अनुभाग में विगत 10 वर्षों बाद खीरे की नवीन प्रजाति विकसित हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य बीज उपसमिति (औद्यानिक फसलें) की 12वीं बैठक अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में 28 अक्टूबर 2022 को खीरे की नवीन प्रजाति आजाद अगेता खीरा को विमोचित किया गया।
डॉ. सिंह ने नवीन खीरे की प्रजाति की विशेषता के बारे में बताया कि इसमें फसल बुवाई के 35 से 35 दिन बाद पहली तुड़ाई शुरू हो जाती है तथा 60 दिनों में लगभग फसल पूर्ण हो जाती है। जो कि अन्य प्रजातियों की अपेक्षा यह अगेती है।उन्होंने बताया कि इनके फलों का आकार मध्यम तथा औसत वजन 230 से 240 ग्राम के मध्य तथा पौधों की लंबाई लगभग 2 मीटर होती है। पौधों की कम लंबाई होने के कारण अन्य प्रजातियों की तुलना में लगभग 60% फलों की संख्या अधिक होती है। जिससे उत्पादन लगभग 250 कुंतल प्रति हेक्टेयर लिया जा सकता है। विभागाध्यक्ष डॉ. डी.पी. सिंह ने कहा कि इस प्रजाति को विकसित करने में कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजीव, डॉक्टर के. पी. सिंह, डॉ. एम. आर. डबास, डॉक्टर एच.जी. प्रकाश एवं डॉ. एस. पी. सचान आदि की संयुक्त टीम ने विगत चार-पांच वर्षों के निरंतर शोधों के परिणाम स्वरूप विकसित की गई है। उन्होंने कहा कि खीरे की यह प्रजाति ग्रीष्म एवं वर्षा ऋतु दोनों ही मौसम में उगा कर किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर स्वावलंबी बन सकते हैं। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान ने बताया कि खीरे की नई प्रजाति विकसित करने वाली कृषि वैज्ञानिकों की टीम को कुलपति ने बधाई एवं उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी है।