नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के लिए एलएंडटी पोत निर्माण के सहयोग से जीआरएसई द्वारा निर्माणाधीन चार सर्वेक्षण पोत (वृहद) (एसवीएल) परियोजना में से दूसरे जहाज ‘निर्देशक’ को गुरुवार को चेन्नई के कट्टूपल्ली में लॉन्च किया गया। इस अवसर पर आयोजित उद्घाटन समारोह में पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में बंगाल की खाड़ी में अपना पहला जल संपर्क स्थापित किया। नौसेना की समुद्री परंपरा का अनुपालन करते हुए सरबानी दासगुप्ता ने अथर्ववेद का आह्वान जाप कर पोत को लॉन्च किया।
इस पोत ने अपना नाम पूर्ववर्ती निर्देशक से लिया है, जो कि एक भारतीय नौसेना सर्वेक्षण पोत था और दिसंबर, 2014 में 32 साल की शानदार सेवा के बाद इसे हटा दिया गया। एसवीएल के चार पोतों में से तीन का आंशिक निर्माण कट्टूपल्ली स्थित एलएंडटी में जीआरएसई और एलएंडटी पोत निर्माण के बीच सहयोगात्मक दृष्टिकोण के तहत किया जा रहा है। सार्वजनिक-निजी भागीदारी का यह मॉडल भारत में युद्धपोत निर्माण के लिए भविष्य में सफल सहयोग का अगुआ होगा।
बता दें, इससे पहले 30 अक्टूबर, 2018 को रक्षा मंत्रालय और कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) के बीच चार एसवीएल पोतों के निर्माण के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। प्रथम श्रेणी के जहाज ‘संध्याक’ को 5 दिसंबर, 2021 को कोलकाता के जीआरएसई में लॉन्च किया गया था।