कानपुर। स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), आईआईटी कानपुर में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर ने भारत के स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार और स्थानीय रूप से निर्मित, गुणवत्ता वाले चिकित्सा उपकरणों की कमी को दूर करने के लिए कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान मिशन भारत O2 की शुरुआत की। प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय, प्रोफेसर प्रभारी, इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन IIT कानपुर और श्रीकांत शास्त्री, निदेशक, फाउंडेशन फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST)-IITK और राहुल पटेल, स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स के प्रमुख, SIIC के नेतृत्व में MBO2 टीम–आईआईटी कानपुर का लक्ष्य स्टार्टअप और छोटे और मध्यम उद्यमों के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट और कंसेंट्रेटर को तीव्र गति से वितरित करना है।
अभी हाल ही में एसआईआईसी आईआईटी कानपुर ने देश भर के सात राज्यों, उत्तर प्रदेश, केरल, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और मिजोरम के अस्पतालों में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर दान किये हैं। राष्ट्रीय स्तर की दो परियोजनाओं-एमबीओ2 और वेंटिलेटर परियोजना का सफल निष्पादन चिकित्सा उपकरणों और उपकरणों के स्वदेशी निर्माण के एक स्वर्ण युग की शुरुआत का प्रतीक है।
इस पहल की सफलता पर टिप्पणी करते हुए प्रो. बंद्योपाध्याय ने कहा, एसआईआईसी और आईआईटी कानपुर का जरूरत के समय में गुणवत्ता प्रदान करने का इतिहास रहा है। MBO2 की सफलता ने टीम में अधिक विश्वास पैदा किया है, जिसने भारतीय स्वास्थ्य सेवा को आत्मनिर्भर बनाने के मिशन को शुरू किया है। मिशन भारत O2 परियोजना के तहत, न केवल सलाह और वित्तपोषण प्रदान किया गया था, बल्कि संस्थान में विकसित प्रौद्योगिकियों को भी भारत में ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की कमी को दूर करने के लिए इन भागीदारों को हस्तांतरित किया गया था।