कानपुर। लॉकडाउन में फंसी पौने दो करोड़ की चरस को कानपुर डिलीवरी करने आए दो तस्करों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। एसटीएफ के सीओ टीबी सिंह ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी। इस पर उन्होंने टीम के साथ मंधना क्रॉसिंग के पास से चौबेपुर के निगोही निवासी महेश और पश्चिमी चंपारन धूमनगर सोफवाटोला निवासी राजकिशोर राम को गिरफ्तार किया। तीन पिट्ठू बैग में दोनों के पास 35 किलो चरस बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पौने दो करोड़ रुपए कीमत है। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि नेटवर्क भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के चरस तस्करों से जुड़ा है। मोतिहारी से चरस लेकर कानपुर में सप्लाई करने आया था। यहां महेश और उसके पिता शैलेंद्र चरस कानपुर और उसके आसपास जिलों में चरस सप्लाई करते हैं। फरार शैलेंद्र को भी आरोपित बनाया गया है।
रोडवेज बस और महिलाएं कैरियर
सीओ ने बताया कि चरस तस्करी का मास्टर माइंड मोतिहारी निवासी असलम है। उसके साथ गुड़िया नाम की एक महिला भी तस्करी में शामिल है। ये दोनों नेपाल से चरस लाकर मोतिहारी में स्टॉक करते हैं। इसके बाद ऑन डिमांड देश के अलग-अलग राज्यों में सप्लाई करते हैं। रोडवेज बस और महिलाएं इसमें अहम कैरियर का काम करती हैं। पूरे नेटवर्क का खुलासा करने के लिए एसटीएफ की टीम काम कर रह है।