नयी दिल्ली। नागर विमानन मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश के दूर-दराज के क्षेत्रों को जोड़ने के क्रम में क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़ान’ के तहत पिछले तीन दिन के दौरान 22 नयी उड़ानें शुरू हुई हैं, जिनमें से 6 मार्ग पूर्वोत्त भारत में हैं। उड़ान योजना के तहत शिलॉन्ग (मेघालय) से अगरतला (त्रिपुरा) तक की पहली सीधी उड़ान को आज शुरू किया गया। इससे पहले, कल शिलॉन्ग (मेघालय) – सिलचर (असम) मार्ग पर उड़ानों का परिचालन सफलतापूर्वक शुरू किया गया। इस अवसर पर नागर विमानन मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इिंडया के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य महत्वपूर्ण हितधारक उपस्थित थे। इन मार्गों पर परिचालन शुरू होने के साथ ही देश के सभी इलाकों में हवाई सेवाओं का नेटवर्क मजबूत करने के लक्ष्यको हासिल करने के साथ हीवहनीय हवाई यात्रा उपलब्ध कराने तथा क्षेत्रीय मार्गों पर आर्थिक दृष्टि से व्यवहारिक और लाभदायक हवाई यात्रा मुहैया कराना संभव होगा। अब तक उड़ान योजना के तहत भारत भर में ऐसे 57 हवाई अड्डों जहां विमान परिचालन बहुत कम या बेहद कम था (इनमें पांच हेलीपोर्ट और दो जल एयरोड्रोम शामिल हैं), वहां 347 मार्गों पर उड़ानों का परिचालन शुरू किया गया है।
उड़ान-4 निविदा प्रक्रिया के तहत पिछले साल इंडिगो एयरलाइन्स को शिलॉन्ग-अगरतला, शिलॉन्ग–सिलचर, कर्नूल– बैंगलुरू, विशाखापट्टनम और चेन्नई मार्गों पर परिचालन की जिम्मेदारी सौपी गई। इसके अलावा उड़ान-3 के तहत आगरा से बैंगलुरू और आगरा से भोपाल मार्ग, उड़ान-2 के तहत प्रयागराज से भुवनेश्वर और प्रयागराज से भोपाल मार्ग, और उड़ान-3 निविदा प्रक्रिया के तहत डिब्रूगढ़ से दीमापुर का मार्ग परिचालन के लिए सौंपा गया। एलायन्स एयर को उड़ान-3 निविदा प्रक्रिया के तहत लखनऊ-गोरखपुर मार्ग पर परिचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।