कानपुर नगर। प्राकृतिक खेती एवं कृषि नवाचार कार्यशाला का आयोजन बिधनू स्थित विकल्प फार्म पलरा ढोंढर में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम कृषि विभाग द्वारा आत्मा परियोजना अंतर्गत संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान सूर्य प्रताप शाही उपस्थित रहे। जबकि विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा एवं अपर मुख्य सचिव (कृषि) उत्तर प्रदेश शासन डॉ देवेश चतुर्वेदी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लगी प्रदर्शनी का अतिथियों द्वारा भ्रमण एवं बारीकी से अवलोकन किया गया। तत्पश्चात उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत कानपुर के मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार किसान हितैषी कार्य किए जा रहे हैं। जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के प्रत्येक जनपदों के प्रत्येक विकास खंडों में 500 एकड़ क्षेत्रफल के कलस्टर बनाकर प्राकृतिक खेती कराई जाएगी।साथ ही इस वर्ष रबी बुवाई के पूर्व किसानों को दलहन एवं तिलहन के दो लाख मिनीकिट मुफ्त वितरित किए जाएंगे। जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि हो। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने किसानों से वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई प्राकृतिक खेती के आयामों को अपनाने हेतु कहा जिससे गुणवत्ता परक उत्पादन हो तथा मृदा स्वास्थ्य बरकरार रखा जा सके और साथ ही पर्यावरण हितैषी हो।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव (कृषि) डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के मुख्य तीन तरीके हैं उत्पादन, उत्पादकता एवं बाजार मूल्य। इस अवसर पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के निदेशक प्रसार/ समन्वयक डॉ. ए.के. सिंह एवं निदेशक शोध डॉ. करम हुसैन के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने भी प्राकृतिक खेती पर प्रशिक्षण दिया। जिसमें डॉ. खलील खान ने जहर मुक्त खेती करने की पुरजोर अपील की और वैज्ञानिक विधाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। जबकि वैज्ञानिक डॉ. जितेंद्र सिंह ने एफपीओ संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने अपर मुख्य सचिव कृषि को सीएसए एफपीओ माड्यूल नामक पुस्तिका भी भेंट की। इस कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती कर रहे किसानों ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा विकल्प आहार का प्रक्षेत्र भ्रमण भी किया गया। अतिथियों को धन्यवाद निदेशक कृषि द्वारा किया गया। जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरविंद कुमार ने किया। इस अवसर पर जिला अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी,विधायक एवं उपनिदेशक कृषि अरुण कुमार चौधरी सहित कृषि विभाग के अधिकारी वैज्ञानिक एवं कानपुर, प्रयागराज एवं बुंदेलखंड क्षेत्रों के किसानों ने प्रतिभाग किया।