कानपुर नगर। आईआईटी कानपुर के वार्षिक खेल महोत्सव, उद्घोष के तत्वाधान में आवेग 2024 – रन फॉर ए कॉज (Run for a Cause) मैराथन का आयोजन किया गया। इस मैराथन का उद्देश्य पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) पर विशेष ध्यान देने के साथ महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
मैराथन की शुरुआत आईआईटी कानपुर के ओपन एयर थिएटर (OAT) से हुई और इसमें 5 किलोमीटर की वॉक और रन शामिल थी, जिसमें सुबह 6:10 बजे वॉक (सभी आयु वर्ग के पुरुष और महिला दोनों के लिए), सुबह 6:25 बजे महिला दौड़ (18 से 40 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिए) और सुबह 6:35 बजे पुरुष दौड़ (18 से 40 वर्ष की आयु के पुरुषों के लिए) शामिल थी। इस कार्यक्रम में 250 से अधिक व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिसमें सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र दिया गया।
आईआईटी कानपुर के छात्र और इस कार्यक्रम आयोजक सूर्यांश गौड़ ने इस मुद्दे के महत्व पर जोर देते हुए कहा, लोगों, खासकर पुरुषों के लिए यह जरूरी है कि वे अपनी माताओं, बहनों, बेटियों और पत्नियों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूक हों। महिलाएं हमारी दुनिया को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उनकी चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम न केवल इन मुद्दों को स्वीकार करें बल्कि प्रभावी समाधान भी सक्रिय रूप से तलाशें, खासकर मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए।
मैराथन के अलावा, इंडियन PCOS सोसाइटी और आईआईटी कानपुर की वुमन एसोसिएशन के सहयोग से ‘पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) की पहेलियों को सुलझाना’ शीर्षक से एक वार्ता आयोजित की गई। इस सत्र का नेतृत्व PCOS सोसाइटी इंडिया की एक प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. ममता अग्निहोत्री ने किया, जिन्होंने PCOS के बारे में गहन जानकारी दी, जो एक हार्मोनल विकार है जो हर दस में से एक महिला को प्रभावित करता है। डॉ. अग्निहोत्री ने इस स्थिति की जटिलताओं पर चर्चा की, जिसमें इसके लक्षण, निदान और दीर्घकालिक स्वास्थ्य निहितार्थ शामिल हैं। इस सत्र का उद्देश्य दर्शकों को शिक्षित और सशक्त बनाना था, जिससे इस स्थिति से पीड़ित महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों की गहरी समझ पैदा हो।