मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मुंबई के क्रिकेटर अंकित चव्हाण पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटा दिया है। 2013 इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद 35 वर्षीय खिलाड़ी को सभी प्रकार के क्रिकेट खेलने से निलंबित कर दिया गया था। उनके साथ एस श्रीसंत और अजीत चंदीला को भी समान सजा दी गई थी। ये तीनों खिलाड़ी उस वक्त 2008 की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे। मंगलवार को बीसीसीआई के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हेमंग अमीन ने मुंबई के स्पिनर को सूचित किया कि बीसीसीआई के नैतिकता अधिकारी के निर्देशों और अदालत के अनुसार उनके आजीवन प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया गया है। इसका मतलब है कि उनकी सजा पिछले सितंबर में ही खत्म हो गई है।
इस खबर को जानने के बाद अंकित चव्हाण की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था और वह फिर से क्रिकेट का हिस्सा बनने की संभावनाओं से खुश थे। इसके लिए उन्होंने बीसीसीआई और मुंबई क्रिकेट का भी आभार व्यक्त किया। बीसीसीआई से खेलने की मंजूरी मिलने पर मुंबई के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर अंकित चव्हाण ने कहा कि कोरोना महामारी और मानसून के बावजूद वह मैदान पर उतरने को बेताब हैं।