लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार हुई बड़ी हलचल के बीच भाजपा सरकार में श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, विधायक रोशन लाल, भगवती सागर और बृजेश प्रजापति ने इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर सपा में शामिल हो चुके हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजे गए अपने इस्तीफे में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।’
मौर्य ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आगे की धार और वार देखते रहिए। अभी 10 से 12 और विधायक इस्तीफा देंगे। मैं एक-दो दिन में पूरी स्थिति साफ कर दूंगा कि मुझे क्या करना है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बांदा के तिंदवारी सीट से भाजपा विधायक बृजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जी शोषित पीड़ितों की आवाज और वह हमारे नेता हैं मैं उनके साथ हूं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। मैंने सामाजिक न्याय के लिए लगातार संघर्ष किया है। आगे भी करता रहूंगा। मुझे जहां भी सामाजिक न्याय साकार होता दिखेगा, मैं वहीं रहूंगा।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि, सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा
सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा#बाइसमेंबाइसिकल pic.twitter.com/BPvSK3GEDQ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 11, 2022